
उग्रवादी हमले में रायगढ़ के लाल कर्नल विप्लव शहीद, पत्नी और बेटे की भी मौत
मणिपुर के सूरज चंद जिले में शनिवार को सेना की तुकड़ी पर आतंकियों ने हमला कर दिया. इस हमले में राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर और उनका परिवार शहीद हो गया. छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के रहने वाले कर्नल विप्लव त्रिपाठी उनकी पत्नी और उनके बेटे की मौके पर ही मौत हो गई. सुभाष त्रिपाठी के बेटे कर्नल विप्लव त्रिपाठी 46 असम राइफल में पदस्थ थे. कमांडिंग आफिसर सहित जवानों पर उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला किया जिसमें कर्नल और उनका परिवार सहित 7 की शहादत हो गई है. मणीपुर के सीएम एन विरेन सिंह ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है.

कर्नल विप्लव मणिपुर के कूगा में पोस्टेड थे. रोजाना की तरह चेक पोस्ट का निरीक्षण करने के लिए शनिवार सुबह अपनी तीन गाड़ियों के काफिले के साथ निकले हुए थे. लेकिन आज उनके साथ उनका परिवार भी मौजूद था. जब कर्नल चेक पोस्ट का निरीक्षण कर वापस लौट रहे थे उस बीच माओवादी ने घात लगाकर हमला कर दिया

कर्नल की गाड़ियों के काफिले में पहली गाड़ी ब्लास्ट से उड़ गई, जबकि बीच की गाड़ी में खुद कर्नल और उनका परिवार मौजूद था. ऐसे में ब्लास्ट के बाद दोनों बची हुई गाड़ियों पर माओवादियों ने मोर्टार और गोलियों की बौछार शुरू कर दी. इस हमले में घटनास्थल पर ही कर्नल विप्लव और उनकी पत्नी शहीद हो गए. जबकि 5 साल का बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया. इलाज के दौरान बच्चे ने भी दम तोड़ दिया.
दोनों भाई सेना में हैं पदस्थ
वरिष्ठ पत्रकार सुभाष त्रिपाठी के छोटा बेटे भी अपने बड़े भाई की तरह सेना में ऑफिसर है और मणिपुर में ही पदस्थ है. वह 1 दिन पहले ही रायगढ़ पहुंचा हुआ था. घटना की सूचना मिलने पर वह तुरंत मणिपुर के लिए रवाना हो गए है. कर्नल विप्लव और उनके शहीद हुए परिवार के पार्थिव शरीर को सेना के विशेष विमान से रविवार को रायगढ़ लाया जाएगा.
PROMOTED CONTENTमणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस घटना की निंदा की है और इसे कायरता का प्रतीक करार दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना शनिवार सुबह सूरज चंद जिले में म्यांमार सीमा के पास हुई. असम राइफल्स के एक काफिले पर आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला कर दिया था।