ICU में मरीज को बीड़ी पीने से रोका तो परिजनों ने इंटर्न को पीटा, गुस्साए डॉक्टरों का प्रदर्शन

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राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ प्रदीप बेक ने बताया कि उनको मारपीट की जानकारी मिली है। हालांकि अभी कोई शिकायत उनके पास नहीं आई है। उन्होंने कहा कि, संभवत: डॉक्टरों ने पुलिस चौकी में शिकायत की होगी।

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सोमवार सुबह एक इंटर्न की मरीज के परिजनों ने पिटाई कर दी। इंटर्न की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने ICU में भर्ती हार्ट पेशेंट को बीड़ी पीने से मना किया था। इसके बाद इंटर्न की ओर से अधीक्षक को लिखित शिकायत दी गई है। वहीं मामला सामने आने के बाद डॉक्टरों ने विरोध शुरू कर दिया है। जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने हाथ में पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया। साथ ही डॉक्टरों पर हो रही हिंसा को रोक लगाने की मांग की है।

जानकारी के मुताबिक, राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में सोमवार सुबह करीब 7 बजे जूनियर डॉक्टर ड्यूटी पर थे। इसी में एक इंटर्न की भी कार्डियक ICU में ड्यूटी लगी थी। बताया जा रहा है कि इस दौरान वहां भर्ती एक मरीज बीड़ी पीने लगा। मेडिकल छात्र ने मरीज को ऐसा करने से मना किया। आरोप है कि इसके बाद मरीज के परिजनों ने मारपीट शुरू कर दी। छात्र को गालियां भी दी गईं। इसके बाद वह अपने साथियों के पास पहुंचा और मामले की जानकारी दी। आरोपियों ने दबंगई दिखाते हुए धौंस भी जमाई।

मेडिकल इंटर्न से मारपीट की खबर प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेजों तक भी पहुंच गई। इसके बाद जगदलपुर के डिमरापाल स्थित मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया। हाथों में तख्तियां लेकर निकले इन जूनियर डॉक्टर ने कहा कि, आज सुरक्षित नहीं हैं, तो कल भी नहीं रहेंगे। बहुत सहा है, अब नहीं सहेंगे। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर कमलेश ने बताया की इंटर्न ने एक हार्ट पेशेंट को आईसीयू में बीड़ी पीने से रोका तो उसे उपहार में गालियां और मारपीट मिली।

डॉक्टरों ने कहा कि, आरोपियों के ऊपर सख्त कार्रवाई नहीं होगी, तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि, इस हिंसा के विरोध में आज समस्त डॉक्टर्स से आह्वान है कि मेडिकल कॉलेज के सामने एकत्र होकर डॉक्टरों के प्रति हो रही हिंसा के विरोध में खड़े हों। एकजुटता का परिचय देने के साथ ही आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग करें। वहीं दूसरी ओर राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ प्रदीप बेक ने बताया कि उनको मारपीट की जानकारी मिली है। हालांकि अभी कोई शिकायत उनके पास नहीं आई है।