भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मचारियों के घरों में लगा कचरे का ढेर

0:00

भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मचारियों के घरों में लगा कचरे का ढेर
भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मचारियों के क्वार्टरों में कचरे का ढेर लगा हुआ है जिन ट्रेक्टर ट्रालियों से कचरा ले जाया जाता था वह सेक्टर एरिया से नदारद है कई सेक्टर में 10 दिन से कचरा उठाने वाली गाड़ियां नहीं आ रही है इस कारण पूरे सेक्टर में तथा कर्मचारियों के घरों में कचरे के ढेर लग रहें हैं।


इसी समस्या के बारे में जानकारी लेने तथा उसके समाधान के बिषय में चर्चा के लिए पीएचडी के एजीएम एस के झा से मिलने भिलाई इस्पात मजदूर संघ के उपाध्यक्ष हरिशंकर चतुर्वेदी के नेतृत्व में यूनियन के पदाधिकारियों ने पीएचडी आफिस में उनसे मुलाकात की और इस बिषय में विस्तार से चर्चा की इस संबंध में उनका पक्ष जानना चाहा इस पर एजीएम ने बताया कि पिछले महीने ट्रेक्टर ट्रालियों का टेंडर खत्म हुआ है उस टेंडर में 38 गाड़ियां थी जिनसे पूरे सेक्टर में संचालन होता था पर वर्तमान में एक महीने के लिए टेम्प्रेरी व्यवस्था की गई है जिसमें मात्र 19 गाडियां हैं इसके अलावा ठेकेदार भी नया है इस कारण व्यवस्था थोड़ी कमजोर है पर हमारा पूरा प्रयास है कि साफ सुथरा सेक्टर रख सके इस संबंध में नया प्रपोजल 60 गाड़ियों का दिया गया है सम्भवतः अगले महीने तक व्यवस्था में सुधार हो जायेगा।


उन्होंने बताया कि इस हेतु सभी सेक्टर इंचार्ज को निर्देशित किया गया है।
यूनियन की ओर से बताया कि स्थिति ठीक नहीं है ट्रेक्टर ट्रालियों वाले सिर्फ एक चक्कर लगाते है वह भी मात्र खानापूर्ति हो रही है बढ़ते कचरे के ढेर से सेक्टर में बीमारियों का खतरा बढ़ने की संभावना है प्रबंधन को अति आवश्यक कार्य में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए क्योंकि लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ा मामला है इसमें यूनियन कोताही बर्दाश्त नहीं करेगी।
आज मुख्य रूप से उपाध्यक्ष हरिशंकर शंकर चतुर्वेदी, विनोद उपाध्याय संयुक्त महामंत्री अशोक माहौर सीपीएफ ट्रस्टी अनिल सिंह सचिव दीनानाथ, भूपेंद्र बंजारे कुल दीपक तिवारी, सुधीर गरहेवाल राजेंद्र सिंह ईश्वर साहू थे।