

CG Election 2023: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर सभी सीटों पर शुक्रवार को मतदान खत्म हो गया है। दूसरे चरण के लिए 17 नवंबर को 70 विधानसभा सीटों पर रात 10 बजे तक कुल 70.59% मतदान हुआ है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर सभी सीटों पर शुक्रवार को मतदान खत्म हो गया है। दूसरे चरण के लिए 17 नवंबर को 70 विधानसभा सीटों पर रात 10 बजे तक कुल 70.59% मतदान हुआ है। सबसे ज्यादा मतदान बालोद जिले की संजारी बालोद विधानसभा सीट पर 84.57 प्रतिशत हुआ है। वहीं सबसे कम मतदान रायपुर जिले की रायपुर दक्षिण विधानसभा में 52.11% हुआ है।

गरियाबंद जिले की नक्सल प्रभावित सीट बिंद्रानवागढ़ को छोड़कर बाकी 69 सीटों पर सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक वोटिंग हुई। वहीं बिंद्रानवागढ़ के 9 बूथों पर सुबह 7 से सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक मतदान हुआ। बाकी के सभी मतदान केंद्रों में 69 सीटों की तरह ही मतदान हुआ। गरियाबंद और धमतरी जिले में नक्सली हमला और छिटपुट घटनाओं के बीच दूसरे चरण का मतदान संपन्न हुआ। कुल मिलाकर 90 विधानसभा सीटों की जतना ने प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला कर दिया है। अब 3 दिसंबर को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। इसके बाद नई सरकार बनाने की कवायद शुरू हो जाएगी।
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में नक्सलियों की ओर हुए आईईडी विस्फोट में भारत तिब्बत सीमा पुलिस का एक जवान शहीद हो गया। घटना मैनपुर थाना क्षेत्र के तहत बड़े गोबरा गांव के पास घटित हुई। नक्सलियों ने पोलिंग पार्टी पर हमला किया। टीम सुरक्षाकर्मियों के साथ वापस लौट रही थी। इस दौरान घात लगाए नक्सलियों ने हमला किया। दूसरी ओर बलौदाबाजार में वोटिंग के लिए लाइन में लगी एक महिला की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इसके अलावा धमतरी में भी वोटिंग के बीच नक्सली हमला हुआ। नक्सलियों ने सीआरपीएफ की टीम पर आईईडी ब्लास्ट किया। बीते दिनों नक्सलियों ने मतदान के बहिष्कार का एलान किया था। बाइक पर जा रहे जवानों को टारगेट किया गया। गनीमत रही कि हमले में दोनों जवान बाल-बाल बच गए।

बुजुर्गों, युवाओं और दिव्यांगों में दिखा उत्साह
मतदान के दौरान बुजुर्गों, युवाओं और दिव्यागों में में जमकर उत्साह देखने को मिला। पहली बार वोट करने पहुंची युवतियां काफी खुश दिखीं। रायपुर में 60 साल के बुजुर्ग दिव्यांग रामनरेश मतदान करने पहुंचे। मतदान केंद्र में दिव्यांग मतदाताओं के लिए में व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई थी। इस दौरान बुजुर्गों ने युवाओं को मतदान के लिए प्रेरित किया। मतदाता सेल्फी जोन में पहुंचकर सेल्फी लेते हुए देखे गए।
350 कर्मचारी वोट डालने से रह गए वंचित
कोरबा में एसईसीएल में पदस्थ लगभग 350 कर्मचारी वोट डालने से वंचित रह गए। निर्वाचन आयोग ने माइक्रो आब्जर्वर में 450 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। निर्वाचन आयोग ने 100 लोगों को ही ड्यूटी लगाई। 350 लोगों को वापस किया गया था। डाक मत पत्र के माध्यम से वोट डालना था। जानकारी के अभाव में सुबह वोट डालने पहुंचे मतदान केंद्र से 350 मतदाता वापस हो गए।
इन जगहों पर मतदान का बहिष्कार
कोरबा के कटघोरा नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 11 के रहमानिया मोहल्ले के वार्डवासियों ने मतदान का बहिष्कार किया। नाली और सफाई समस्या की वजह से वार्डवासियों ने मतदान के दिन अहम निर्णय लिया। दूसरी ओर महासमुंद जिले के बसना विधानसभा में ग्राम सीतापुर के ग्रामीणों ने खराब सड़क को लेकर चुनाव का बहिष्कार किया।
ईवीएम मशीन में आई तकनीकी खराबी
मुंगेली में भाजपा प्रत्याशी पुन्नूलाल मोहले के गृहग्राम में ईवीएम मशीन में तकनीकी खराबी देखने को मिली। बाद में निर्वाचन आयोग की टेक्निकल टीम ने दुरुस्त किया। इस वजह से कुछ देर के लिए वोटिंग कार्य प्रभावित हुआ। इस दौरान कुछ लोग मतदान केंद्र से बैरंग वापस लौटते दिखे। इसी तरह कोरबा के मतदान केंद्र संख्या 164 सीएसईबी कॉलोनी में ईवीएम खराब हो गई। इस वजह से कुछ देर तक वोटिंग रुकी रही।
जेसीसीजे और बीजेपी कार्यकर्ता भिड़े, मारपीट के आरोप
मुंगेली के लोरमी के बूथ क्रमांक 92, 93 में 100 मीटर के दायरे में प्रचार करने को लेकर दो दलों के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हो गया। जनता कांगेस जोगी के प्रत्याशी सागर सिंह ने भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से मतदाताओं के सहयोग के लिए लगाए टेंट और डमी वोटिंग माशीन के मॉडल का विरोध किया। इससे विवाद की स्थिति बनी। सूचना पर घटना स्थल पर भाजपा प्रत्याशी अरुण साव पहुंचे। विवाद को बढ़ते देख एसडीएम और निर्वाचन अधिकारी पार्वती पटेल घटना स्थल पहुंचकर मामले को संभाला।लोरमी में आम लोगों के साथ जेसीसीजे के प्रत्याशी सागर सिंह बैस की ओर से मारपीट किए जाने का आरोप है।
नेता जी कहिन
यहां लड़ाई एकतरफा है, कोई प्रतिस्पर्धा नहीं: बघेल
अपना वोट डालने से पहले छत्तीसगढ़ के सीएम और दुर्ग विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार भूपेश बघेल ने कहा कि हमारे पास 75 से ज्यादा सीटें हैं। यहां लड़ाई एकतरफा है, कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है।
पहले चरण में 20 सीटों पर हुआ था 78 प्रतिशत मतदान
छत्तीसगढ़ की 20 विधानसभा सीटों पर पहले चरण का चुनाव 7 नवंबर को हो चुका है। पहले चरण में 78% मतदान हुआ था। इसमें सबसे कम मतदान बीजापुर विधानसभा में 48.37% हुआ था। वहीं सबसे ज्यादा मतदान बस्तर में 84.67% हुआ था। नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण इन 20 सीटों पर पहले से चुनाव करा दिया गया था। वहीं कई विधानसभा सीटों पर चुनाव का बहिष्कार भी हुआ था। फिर भी इन नक्सल प्रभावित सीटों में अधिक संख्या में मतदाताओं ने मतदान किया है।