छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला काफी रोमांचक हो चुका है। 90 सीटों पर तीन दिसंबर को मतगणना होगी। जानकारी के मुताबिक भाजपा-कांग्रेस दोनों पार्टियों ने कुल तीन चार्टर्ड फ्लाइट की बुकिंग की है। यह फ्लाइट तीन दिसंबर को माना एयरपोर्ट पहुंचेंगी। नई दिल्ली व बंगलुरू में भाजपा-कांग्रेस के बड़े पदाधिकारियों की टीम मतगणना के दिन पहले से ही मौजूद रहेगी।
विधानसभा चुनाव में इस बार मुकाबला कांटे का नजर आ रहा है। दोनों ही पार्टियां अपने बहुमत का दावा जरूर कर रही हैं, लेकिन उन्हें इस बात का डर भी है कि जीत का आंकड़ा बहुमत के आसपास पहुंचकर अटक सकता है।
सूत्रों के मुताबिक सरकार बनाने के लिए कोई पार्टी उनके विधायकों की खरीद-फरोख्त न कर लें, इस आशंका के चलते उन्होंने अभी से तीन चार्टर प्लेन बुक कर रखा है, जिससे कि यदि ऐसी स्थिति बने तो अपने विधायकों को संपर्क से दूर करने के लिए यहां से तुरंत रवाना किया जा सका।
कांग्रेस जहां अपने विधायकों को बेंगलुरु भेजने की तैयारी में है, वहीं भाजपा दिल्ली भेजेगी। हालांकि राजनीतिक पार्टियों ने विमान बुक करने के सवाल पर अधिकृत बयान नहीं दिया है, लेकिन दोनों ही पार्टियों के हाईकमान के यह साफ निर्देश हैं कि मतगणना के दिन सभी प्रत्याशियों पर कड़ी नजर रखी जाए। राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि देश के अन्य राज्यों में विधायकों के पाले बदलने की घटनाक्रम के बाद छत्तीसगढ़ में दोनों प्रमुख पार्टियों ने एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया है।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला काफी रोमांचक हो चुका है। 90 सीटों पर तीन दिसंबर को मतगणना होगी। जानकारी के मुताबिक भाजपा-कांग्रेस दोनों पार्टियों ने कुल तीन चार्टर्ड फ्लाइट की बुकिंग की है। यह फ्लाइट तीन दिसंबर को माना एयरपोर्ट पहुंचेंगी।
हाइकमान की टीम पहले से मौजूद रहेगी
नई दिल्ली व बंगलुरू में भाजपा-कांग्रेस के बड़े पदाधिकारियों की टीम मतगणना के दिन पहले से ही मौजूद रहेगी। यहां पार्टी के कई दिग्गज चुनाव परिणामों पर सीधा नजर रखेंगे। बताया जाता है कि 90 सीटों की गिनती के आखिरी चरण में तस्वीर लगभग साफ हो जाएगी।
इसी समय हाइकमान से छत्तीसगढ़ के प्रभारियों को सूचना दी जाएगी। सूत्रों के मुताबिक सीटों का अंतर ज्यादा होने के बाद भी विधायकों को हाइकमान की बैठक में शामिल होने के निर्देश मिले हैं।