

अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में मंगलवार को नवनिर्मित राम मंदिर में राम लला के दर्शन करने के इच्छुक भक्तों की भारी भीड़ देखी गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “कल, 22 जनवरी को हमने अयोध्या में जो देखा, वह आने वाले वर्षों तक हमारी स्मृतियों में अंकित रहेगा।”

सुबह तीन बजे से ही मंदिर में भक्तों की कतार लग गई थी। इनमें से अधिकांश वे लोग हैं जो सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आए थे और मंदिर में पूजा करने के लिए रुक गए।
मंदिर में कतार लगाने वालों में बड़ी संख्या में साधु-संत भी शामिल हैं। मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों ने कहा कि भीड़ अभूतपूर्व थी और उन्होंने जिला प्रशासन से उचित सुरक्षा सुनिश्चित करने और व्यवस्थाएं जारी रखने का आग्रह किया है। ट्रस्ट के एक सदस्य ने कहा, “हमें उम्मीद है कि दिन के दौरान अधिक भीड़ होगी जब स्थानीय लोग दर्शन के लिए आना शुरू करेंगे।”

रामलला अपने जन्मस्थान पर नवनिर्मित मंदिर में विराजमान हो चुके हैं। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभिजीत मुहूर्त में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान को पूर्ण किया। रामलला की मनमोहक छवि को निहारने के लिए लाखों भक्त अयोध्या में उमड़ पड़े हैं। सोने और हीरे से सजे रामलला का दिव्य रूप भक्तजन निहारते नहीं थकते।
गुजरात के एक हीरा व्यापारी ने भगवान राम को सोने और हीरे सजा एक मुकुट भेंट किया है, जिसकी कीमत 11 करोड़ रुपए बताई जा रही है। सूरत में ग्रीन लैब डायमंड कंपनी के मालिक मुकेश पटेल की ओर से दान किए गए मुकुट का वजन करीब 6 किलो है। यह 24 कैरेट सोना का है और बेशकीमती हीरे और जवाहारत से सजा है। मुकेश पटेल अपने परिवार के साथ खुद अयोध्या पहुंचे और मंदिर ट्रस्ट को इसे भेंट किया। उन्होंने ट्रस्ट के अध्यक्ष चंपत राय को सौंपा। इस दौरान मंदिर के मुख्य पुजारी भी मौजूद रहे।
मुकेश पटेल ने दिया दान
जानकारी दे दें कि दुनिया में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव लोगों ने धूमधाम से मनाया है। प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या पर सूरत के हीरा व्यापारी और ग्रीन लेब डायमंड कंपनी के मालिक मुकेश पटेल ने अयोध्या राम मंदिर के गर्भ गृह में मंदिर के ट्रस्टियों को भगवान श्री राम के लिए तैयार किया हीरा, सोना और चांदी जड़ित मुकुट अर्पण किया। विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय खजानची दिनेश भाई नावडिया ने जानकारी दी कि ग्रीन लेब डायमंड कंपनी के मालिक से उन्होंने (दिनेश भाई नावडिया) कहा था कि आप भी राम मंदिर के लिए कुछ दान कीजिए। इस पर मुकेश भाई ने अपने परिवार वालों से विचार-विमर्श कर सोने और हीरो जड़ित मुकट देने की इच्छा जताई थी।