जनता की अपेक्षाओं के खिलाफ घोर निराशाजनक बजट,सिर्फ खोखले दावे:-मुकेश चंद्राकर

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न राहत न रियायत, घोर निराशाजनक बजट:

मुकेश चंद्राकर ने कहा कि बजट पूरी तरह निराशाजनक है। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए पर्याप्त राशि नहीं है, रोजगार की बात नहीं है, मोदी की गारंटी को पूरा कराने का कोई विजन नहीं है।बजट में सिर्फ आंकड़ों की बात की गई है, कैसे करेंगे नहीं बताया गया है।

वित्तमंत्री राज्य के लिए नया कुछ कर ही नहीं पाए।

उन्होंने बजट का आकार तो बढ़ा लिया है और राजस्व आधिक्य की बात कर रहे हैं। ये ख़याली पुलाव की तरह ही दिखता है।

उन्होंने कहा कि महंगाई से त्रस्त जनता के लिए न कोई ठोस रणनीति, ना ही युवाओं के रोजगार हेतु कोई रोड मैप प्रदेश के युवा, किसान, महिला, मजदूर, आदिवासी सभी वर्गों को हताश करने वाला बजट।