सूत्रों की मानें तो इस बार कई भाजपा सांसदों के टिकट कटना तय है। यह लोकसभा चुनाव कई तरह से ऐतिहासिक होगा। ऐसे गरीब जिनके पास विजन है उपलब्धि है नई सोच है लेकिन धन के अभाव में वह राजनीति के मैदान में उतरने का साहस नहीं उठा पाते मोदी उन्हें भी लोकसभा चुनाव का टिकट देकर देश सेवा का मौका दे सकते हैं।
अपने फैसलों से सभी को चौकाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी लोकसभा चुनाव के लिए टिकट वितरण में भी आश्चर्यजनक निर्णय कर सकते हैं। यह लोकसभा चुनाव कई तरह से ऐतिहासिक होगा। सूत्रों की मानें तो इस बार कई भाजपा सांसदों के टिकट कटना तय है।
पीएम मोदी ने गढ़ी जातियों की नई परिभाषा
उनकी जगह किसान, गरीब, युवा और महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जातिवाद की राजनीति पर कड़ा प्रहार करते हुए जातियों की नई परिभाषा गढ़ी थी। उन्होंने गरीब, किसान, युवा और महिलाओं को चार जातियां बताया था। भाजपा इन्हें अब संसद में भेजने की रणनीति बनाने में जुटी है।
इससे गांव और मोहल्लों में रहने वाले उन पढ़े-लिखे, प्रगतिशील और अपने काम के बल पर उपलब्धि प्राप्त करने वाले किसान, गरीब, युवा और महिलाओं का राजनीति में आने का मार्ग खुल जाएगा, जो अच्छी सोच रखने के बावजूद संसाधनों के अभाव और राजनीतिक बैकग्राउंड न होने के कारण आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। उन्हें प्रधानमंत्री मोदी के विजन से संसद पहुंचकर देश के लिए कुछ अलग करने का मौका मिल सकता है।
कई खास का इस बार कट सकता है पत्ता
सूत्र तो यह भी दावा कर रहे हैं कि इस बार खास को टिकट मिलने की बजाय भाजपा के जिला, मंडल और बूथ स्तर पर काम करने वाले साधारण कार्यकर्ता को भी लोकसभा चुनाव के लिए टिकट मिल सकता है। जिन किसानों ने कृषि में नई सोच के साथ उन्नत खेती कर अपनी आमदनी बढ़ाई है, उन प्रगतिशील किसानों को भी मोदी लोकसभा चुनाव के जरिए भारत की सर्वाेच्च संस्था संसद में भेज सकते हैं।
आत्मनिर्भर बन देश के लिए रोल मॉडल बने युवा और महिलाओं को बड़ी संख्या में मौका मिल सकता है। ऐसे गरीब, जिनके पास विजन है, उपलब्धि है, नई सोच है, लेकिन धन के अभाव में वह राजनीति के मैदान में उतरने का साहस नहीं उठा पाते, मोदी उन्हें भी लोकसभा चुनाव का टिकट देकर देश सेवा का मौका दे सकते हैं। इससे प्रधानमंत्री आने वाली पीढ़ी के सामने कई संदेश देंगे।
विपक्ष के लिए चुनौती पेश करेगी बीजेपी
केंद्र सरकार ने महिला आरक्षण कानून को पास कराकर नारी शक्ति में पार्टी की पैठ को मजबूत किया था। महिलाओं को लोकसभा चुनाव में अधिक टिकट देकर पार्टी दूसरे दलों के लिए मजबूत चुनौती पेश करेगी। सबसे बड़ा प्रहार परिवाद पर होगा। इससे यह संदेश जाएगा कि सिर्फ मंत्री, सांसद और विधायकों के बच्चों के लिए ही राजनीति के दरवाजे नहीं खुले, बल्कि भाजपा में आमजन का भी संसद और विधान सभा पहुंचने का उतना ही अधिकार है।
बूथ और मंडल स्तर के छोटे से कार्यकर्ता को मौका देकर यह संदेश भी दिया जाएगा कि यदि पार्टी के लिए निष्ठा और लगन से काम करने वालों को कभी भी मौका मिल सकता है। उसे किसी को गॉड फादर बनने की जरूरत नहीं होगी। राजनीतिक आकाओं के बिना भी संसद और विधान सभा में पहुंचा जा सकता है। साथ ही बाहुबल और धनबल के बिना भी राजनीति में आकर देश सेवा की जा सकती है।