कौन है 12 साल का छात्र नवरत्‍न, जिससे इम्‍प्रैस हुए पीएम मोदी, पास बुलाकर दिया आशीष

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में 12 साल के नवरत्‍न से प्रभावित हुए और उन्‍होंने उसे अपने पास बुलाया. उन्‍होंने छात्र नवरत्‍न को आशीष देते हुए कहा कि आपने बहुत अच्‍छा किया है और आपके आगे भी ऐसे काम करते रहना है. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद इस छात्र ने बताया कि आज का दिन उसके जीवन के लिए यादगार हो गया है।

काशी सांसद संस्कृत प्रतियोगिता के सफल छात्र- छात्राओं को पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने हाथों से सम्‍मानित किया. इनमें से वे 12 साल के नवरत्‍न से इम्‍प्रैस हो गए. दरअसल 12 साल के इस छात्र ने संस्‍कृत व्याकरण में प्रथम स्‍थान हासिल किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवरत्‍न को दुलारते हुए उसकी पीठ थपथपाई और उससे बातचीत की. उन्‍होंने इस आयोजन की भी तारीफ की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर वेद, ज्ञान, संस्कृत और कर्मकांड के छात्रों से मुलाकात कर उन्हें सम्मानित किया।

वेद, ज्ञान, संस्कृत और कर्मकांड को लेकर काशी सांसद संस्कृत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. इसमें कई छात्र- छात्राओं ने हिस्सा लिया और प्रतियोगिता के सफल छात्र- छात्राओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्‍मानित किया. इस आयोजन में 12 साल के नवरत्‍न ही छाए रहे. उन्‍होंने संस्‍कृत में भाषण भी दिया और संस्‍कृत व्‍याकरण प्रतियोगिता में उन्‍होंने बाजी मारी. नवरत्‍न की कम उम्र और संस्‍कृत भाषा व्‍याकरण पर पकड़ के कारण सम्‍मान किया गया।

काशी विश्वनाथ मंदिर में आयोजित हुई थी प्रतियोगिता, पीएम मोदी ने की सराहनाकाशी सांसद संस्कृत प्रतियोगिता पिछले दिनों काशी विश्वनाथ मंदिर में आयोजित हुई थी. इसमें वाराणसी के सभी संस्कृत विद्यालयों के छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे. इनमें करीब 1500 की संख्या में प्रतिभागी शामिल रहे. इनमें सफल छात्र- छात्राओं को काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के तरफ से यूनिफार्म और संस्कृत की किताबें भेंट की गई।

काशी का स्‍वरूप फिर से संवर रहा, ये गौरव की बातइस आयोजन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जो काशी समय से भी प्राचीन कही जाती है, जिसकी पहचान को हमारी आधुनिक युवा पीढ़ी इतनी ज़िम्मेदारी से सशक्त कर रही है. ये दृश्य हृदय में संतोष भी देता है, गौरव की अनुभूति भी कराता है, और ये विश्वास भी दिलाता है कि अमृतकाल में आप सभी युवा देश को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे. और काशी तो सर्वविद्या की राजधानी है. आज काशी का वो सामर्थ्य, वो स्वरूप फिर से सँवर रहा है. ये पूरे भारत के लिए गौरव की बात है।

सबको बधाई, जो सफलता से दूर रहे उनका भी अभिनंदन…

पीएम मोदी ने कहा कि और अभी मुझे काशी सांसद संस्कृत प्रतियोगिता, काशी सांसद ज्ञान प्रतियोगिता, और काशी सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार देने का अवसर मिला है. मैं सभी विजेताओं को उनके परिश्रम..उनकी प्रतिभा के लिए बधाई देता हूं, उनके परिवारजनों को भी बधाई देता हूं, उनके गुरूजनों को भी बधाई देता हूं. जो युवा सफलता से कुछ कदम दूर रह गए, कुछ तो होंगे, कुछ 4 पर आकर अटके होंगे. मैं उनका भी अभिनंदन करता हूँ. आप काशी की ज्ञान परंपरा का हिस्सा बने, उसकी प्रतियोगिता में भी शामिल हुए. ये अपने आप में बहुत बड़ा गौरव है. आप में से कोई भी साथी हारा नहीं है, न ही पीछे रहा है. आप इस भागीदारी के जरिए काफी कुछ नया सीखकर कई कदम और आगे आए हैं।