भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 का शंखनाद कर दिया है। पार्टी ने शनिवार को अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी।
बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल फूंक दिया है। पार्टी ने शनिवार को अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। पहली सूची में ही छत्तीसगढ़ के 11 लोकसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है।
यहां देखें पहली सूची-
रायपुर- बृजमोहन अग्रवाल, मौजूदा रायपुर दक्षिण विधायक
दुर्ग – विजय बघेल मौजूदा सांसद
राजनांदगांव- संतोष पांडेय, मौजूदा सांसद
कोरबा- सरोज पांडेय
सरगुजा – चिंतामणणि महाराज
रायगढ़- राधेश्याम राठिया
बिलासपुर- तोखन साहू
महासमुंद- रूपकुमारी चौधरी
बस्तर- महेश कश्यप
कांकेर- भोजराज नाग
जांजगीर-चांपा- कमलेश जांगड़े
इससे पहले गुरुवार को पार्टी ने देर रात तक मंथन किया था। केंद्रीय चुनाव कमेटी में पीएम नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री समेत अन्य पदाधिकारियों ने कई नामों को अंतिम रूप दिया था।
पहली निर्वाचित राज्यसभा सांसद बनी थीं सरोज पांडेय
भाजपा नेत्री सरोज पांडेय छत्तीसगढ़ की पहली निर्वाचित राज्यसभा सांसद बनी थीं। उस दौरान बीजेपी के 49 विधायक थे। सरोज पांडेय को कुल 51 वोट मिले थे। छत्तीसगढ़ के इतिहास में ये पहला मौका था जब राज्यसभा के लिए चुनाव कराया गया था। इसके पूर्व निर्विरोध चुना जाता था। पिछली बार कांग्रेस ने लेखराम साहू को मौका दिया था, लेकिन उन्हें भितरघात के चलते पार्टी विधायकों के ही पूरे वोट नहीं मिले थे। यानी क्रॉस वोटिंग हुई थी।
सरोज पांडेय छत्तीसगढ़ की एकमात्र ऐसी नेता हैं, जो एक ही साल में दुर्ग जिले से महापौर, विधायक और सांसद रहीं।
जानें कौन हैं सरोज पांडेय, एक ही साल में तीन पद पर रहने का रिकॉर्ड-
सरोज पांडेय छत्तीसगढ़ की एकमात्र ऐसी नेता हैं, जो एक ही साल में दुर्ग जिले से महापौर, विधायक और सांसद रहीं।
सरोज पांडेय का जन्म 22 जून 1968 को छत्तीसगढ़ के भिलाई में हुआ
माता-पिता गुलाब देवी- श्यामजी पांडेय
पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय से शिक्षा ली
साल 2000 पहली बार और 2005 में दूसरी बार दुर्ग की मेयर बनीं।
साल 2008 में पहली बार वैशाली नगर से विधायक बनीं
साल 2009 के दुर्ग संसदीय सीट से सांसद बनी
2013 में भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनीं
साल 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू से शिकस्त मिली
इसके बाद भी पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाया
साल 2018 में पहली बार निर्वाचित राज्यसभा सांसद बनीं
कांग्रेस के प्रत्याशी लेखराम साहू को हराया था