लोकसभा चुनाव 2024: कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक शुरू,इन राज्यों की 60 सीटों पर हो रही चर्चा,देखें वीडियो और जानें पूरी डीटेल

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कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों को लेकर चर्चा हो रही है. इस बैठक में 10 राज्यों की 60 लोकसभा सीटों पर चर्चा हो रही है।
कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में 10 राज्यों की 60 लोकसभा सीटों पर चर्चा हो रही है. बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और केसी वेणुगोपाल पहुंच गए हैं,राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के चलते दिल्ली नहीं आ पाए हैं.छत्तीसगढ़, दिल्ली, कर्नाटक, तेलांगना, केरल, लक्षद्वीप, त्रिपुरा, मेघालय, सिक्किम और मणिपुर की लोकसभा सीटों और उनके उम्मीदवारों के नामों की चर्चा हो रही है।

दरअसल, उत्तर के मुकाबले दक्षिण में खुद को ज्यादा मजबूत मान रही कांग्रेस वहीं से उम्मीदवारों के नाम पहले तय करना चाहती है. साथ ही भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल उत्तर पूर्व के राज्यों से और छतीसगढ़ से गुजरे हैं, इसलिए वहां के उम्मीदवार भी पहले चुने जा रहे हैं.

असम, बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र, जम्मू कश्मीर जैसे राज्यों में अब तक सीट शेयरिंग फाइनल नहीं हो सकी है. वहीं राजस्थान और एमपी से यात्रा आखिर में गुजरी है. अगले कुछ दिन यात्रा गुजरात में है, इसलिए वहां के उम्मीदवारों के लिए सीईसी बाद में होगी।

दिल्ली के तीन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम होंगे तय
वहीं यूपी में गठबंधन में देरी के चलते और अमेठी रायबरेली पर अंतिम फैसला नहीं हो पाने स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक ही नहीं हो सकी. दिल्ली में गठबंधन फाइनल है, इसलिए यहां के तीन उम्मीदवार आज तय हो जाएंगे.

चांदनी चौक सीट से जेपी अग्रवाल, अलका लाम्बा, संदीप दीक्षित, नार्थ वेस्ट से उदित राज, राजेश लिलोठिया, राजकुमार चौहान नॉर्थ ईस्ट से अरविंदर लवली, रागिनी नायक और संदीप दीक्षित के नाम स्क्रीनिंग कमेटी ने भेजे हैं।

वायनाड से राहुल गांधी का नाम भेजा गया
केरल के वायनाड से राहुल गांधी का नाम स्क्रीनिंग कमेटी ने सीईसी में भेजा है. अहम सवाल ये है कि अगर सभी बड़े नेताओं को चुनाव लड़ने को कहा जाता है तो राहुल गांधी के करीबी संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के अलफूजा से लड़ने पर तमाम नेताओं की नजर है.

छत्तीसगढ़ से पूर्व सीएम भूपेश बघेल राजनन्दगांव से, ताम्रध्वज साहू दुर्ग से चुनाव लड़ सकते हैं. वहीं डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। वहीं, दीपक बैज की बात करें तो वह पीसीसी चीफ हैं. कांग्रेस ने पिछले साल विधानसभा चुनाव में दीपक बैज को भी मौका दिया था. उन्हें चित्रकोट सीट से चुनावी मैदानी में उतारा गया था. हालांकि वह बीजेपी के विनायक गोयल से चुनाव हार गए थे. विनायक गोयल ने उन्हें आठ हजार से अधिक वोटों से हराया था. ज्योत्सना चरणदास महंत 2019 में कोरबा सीट से चुनाव जीती थीं. वह पूर्व केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत की पत्नी हैं. चरणदास महंत फिलहाल छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं।