

ईडी लॉकअप में वीडियो कैमरे के जरिए 24 घंटे निगाह रखी जाती है. सीसीटीवी कैमरों पर निगरानी ईडी के कंट्रोल रूम से रखा जाता है. ईडी के लॉकअप में पूरी तरह से वो सभी सुविधाएं हैं, जो एक सामान्य घर में होती है।
दिल्ली शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार अरविंद केजरीवाल की गुरुवार की रात प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के लॉकअप में कटी. रात को अरविंद केजरीवाल ठीक से नहीं सो पाए और शुक्रवार की सुबह जल्दी जग गए. आज सुबह उन्होंने ब्रेकफास्ट किया और फिर अपनी रुटीन दवाएं लीं. बता दें कि ED हेडक्वार्टर में दो लॉकअप हैं और पूरे ED हेडक्वार्टर में सेंट्रलाइज AC लगा हुआ है. अरविंद केजरीवाल को एक लॉकअप में रखा गया है।

ईडी लॉकअप में वीडियो कैमरे के जरिए 24 घंटे निगाह रखी जाती है. सीसीटीवी कैमरों पर निगरानी ईडी के कंट्रोल रूम से रखा जाता है. ईडी के लॉकअप में पूरी तरह से वो सभी सुविधाएं हैं, जो एक सामान्य घर में होती है. नए मुख्यालय का निर्माण करते हुए इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखा गया था कि इस हालत में अनेक वीवीआईपी भी आ सकते है. लिहाजा उन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए हवालात बनाई गई थी.
पकड़ा गया शख्स यदि चाहे तो अनुरोध स्वीकार होने के बाद अपने घर से कंबल आदि मंगा सकता है. साथ ही यदि उसे कोई समस्या है तो अधिकारियों की परमिशन के बाद में दवाई और घर का खाना भी मंगा सकता है. अरविंद केजरीवाल के लिए नई जगह थी लिहाजा उन्हें नींद कम ही आई।

आबकारी नीति संबंधी कथित घोटाले से जुड़े मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के कारण आम आदमी पार्टी (आप) और दिल्ली सरकार के सामने नेतृत्व का संकट खड़ा हो गया है और ऐसे में उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल, कैबिनेट मंत्रियों आतिशी और सौरभ भारद्वाज को इस भूमिका के लिए उनके संभावित विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है।
आप’ के सामने अब एक ऐसे नेता को चुनने की चुनौती है जो केजरीवाल की अनुपस्थिति में पार्टी और दिल्ली में उनकी सरकार की कमान संभाल सके. ‘आप’ नेतृत्व के लिए ऐसे नेता को चुनना वास्तव में एक कड़ी चुनौती है जिसका कद पार्टी संयोजक केजरीवाल के कद के समान या इसके आस-पास हो।