कांग्रेस ने राज्य की 11 लोकसभा सीटों में से तीन सीटों पर ऐसे उम्मीदवारों को मौका दिया है, जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। इनमें राजनांदगांव सीट से प्रत्याशी बनाए गए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, बस्तर सीट से प्रत्याशी कवासी लखमा और बिलासपुर से पार्टी उम्मीदवार देवेंद्र सिंह यादव शामिल हैं…
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी ने सभी लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। लेकिन राज्य में कांग्रेस पार्टी को चुनाव से पहले कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ जहां भाजपा पूर्व की बघेल सरकार द्वारा किए गए भ्रष्टाचार को चुनावी मुद्दा बना रही है, वहीं दूसरी तरफ कई कांग्रेसी उम्मीदवारों पर ईडी की जांच और कार्रवाईयों ने पार्टी की मुसीबत को बढ़ा दिया है।
दरअसल, कांग्रेस ने राज्य की 11 लोकसभा सीटों में से तीन सीटों पर ऐसे उम्मीदवारों को मौका दिया है, जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। इनमें राजनांदगांव सीट से प्रत्याशी बनाए गए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, बस्तर सीट से प्रत्याशी कवासी लखमा और बिलासपुर से पार्टी उम्मीदवार देवेंद्र सिंह यादव शामिल हैं। पूर्व सीएम बघेल पर महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले में ईडी की जांच चल रही है। वहीं ईओडब्ल्यू भी इस मामले में जांच पड़ताल कर रही है। जबकि पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा राज्य के कथित शराब घोटाले में मामले में घिरे हैं। इस मामले में ईडी ने जांच के बाद प्रदेश में 2,161 करोड़ के शराब घोटाले में 70 व्यक्तियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें पूर्व मंत्री लखमा समेत कई पूर्व मंत्री,पूर्व विधायक और कई अफसर शामिल हैं।
इसी तरह भिलाई से विधायक देवेंद्र सिंह यादव राज्य के चर्चित कोयला घोटाला मामले में आरोपी हैं। प्रदेश में कोयला घोटाला बड़ा मुद्दा रहा है। ईडी के मुताबिक, कोयले के परिवहन में प्रति टन 25 रुपये की वसूली हुई है। इसमें नेता से लेकर अधिकारियों और कारोबारियों की मिलीभगत की बात सामने आई है। मामले में ईडी ने 540 करोड़ रुपये के कोयला घोटाला होने का तथ्य लाकर 70 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। इसमें कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव समेत कांग्रेस कई कांग्रेस नेता, पूर्व विधायक और कई आईएएस अफसरों के नाम शामिल हैं।
राजनीति में आरोप का कोई प्रभाव नहीं”
छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि राजनीति में आरोप का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। आरोप तो पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर लगे थे। उनका नाम भी घोटाले में सामने आया था। अभी सरगुजा के भाजपा प्रत्याशी चिंतामणि महाराज के खिलाफ भी एक मामला सामने आया था। कई प्रत्याशियों के खिलाफ मामले हैं। अभी जो सत्ता में है, वह चाहे जो कर सकता है, मगर आरोप होने से कोई दोषी नहीं है, इसका चुनाव में कोई असर नहीं पड़ेगा।
इधर, छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में पांच वर्षों तक भ्रष्टाचार हुए हैं। इनमें लगातार कार्रवाईयां भी हुई हैं। कई लोग जेल भी गए हैं। यह केवल आरोप नहीं है, यह घोटाला तो केंद्रीय एजेंसियों ने ही उजागर किया है। जिन लोगों को जेल हुई है, उनकी अभी तक जमानत नहीं हुई है। निश्चित रूप से लोकसभा चुनाव में भी भ्रष्टाचार मुद्दा बनेगा। इन चुनाव में जनता कांग्रेस को सबक सिखाएगी।