पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के 2 करीबियों के यहां EOW का छापा: भिलाई में पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह से 2 स्‍थानों पर चल रही है जांच,मचा हड़कंप

0:00

छत्‍तीसगढ़ में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में हुए कथित कोयला और शराब सहित विभिन्‍न घोटालों की जांच कर रही राज्‍य सरकार की एजेंसी ईओडब्‍ल्‍यू- एसीबी ने आज छापा मार कार्यवाही की है। ब्‍यूरो ने यह छापा भिलाई में दो अलग-अलग स्‍थानों पर मारा है। जिन लोगों के यहां छापा पड़ा है उन्‍हें पूर्व सीएम भूपेश बघेल का करीबी बताया जा रहा है। अभी यह स्‍पष्‍ट नहीं हुआ है कि ये छापे किस मामले में मारे गए हैं।

सूत्रों के अनुसार ईओडब्‍ल्‍यू- एसीबी की टीम ने आज तड़के न्‍यू खूर्सीपार और नेहरु नगर में दाबिश दी है। खुर्सीपार में पप्पू बंसल और नेहरू नगर पूर्व निवासी विजय भाटिया के यहां कार्यवाही चल रही है। बताया जा रहा है कि बसंल की लंबे समय से तलाश चल रही थी। बताते चले कि ईओडब्‍ल्‍यू- एसीबी फिलहाल शराब मामले की जांच कर रही है। इस मामले में ब्‍यूरो कारोबारी अरविंद सिंह और अनवर ढेबर को गिरफ्तार कर चुकी है। कोर्ट के निर्देश पर दोनों के हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जांच एजेंसी के सूत्रों के अनुसार भिलाई में छापा अरविंद सिंह और अनवर ढेबर से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर मारे गए हैं।

शराब घोटाला के आरोप में पकड़े गए रायपुर मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर और अरविंद सिंह अब 12 अप्रैल तक ईओडब्‍ल्‍यू- एसीबी की हिरासत में रहेंगे। दोनों आरोपियों की रिमांड की मियाद पूरी होने पर ब्‍यूरो ने दोनों को 8 अप्रैल को रायपुर के स्‍पेशल कोर्ट में पेश किया था। ब्‍यूरो ने आरोपियों से पूछताछ के लिए रिमांड बढ़ाने की मांग की, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया।

कोयला और शराब घोटाला को लेकर छत्‍तीसगढ़ में 2 अलग-अलग एफआईआर दर्ज किया गया है। यह एफआईआर भ्रष्‍टाचार के खिलाफ कार्यवाही करने वाली राज्‍य सरकार की एजेंसी एसीबी- ईओडब्‍ल्‍यू ने दर्ज किया है। इसमें पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा और तत्‍कालीन खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के साथ कांग्रेस के आधा दर्जन से ज्‍यादा विधायकों, अफसरों और शराब (डिस्टलरी) कारोबारी शामिल हैं।

सूत्रों के अनुसार एसीबी- ईओडब्‍ल्‍यू ने यह एफआईआर केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के डिप्‍टी डॉयरेक्‍टर संदीप आहुजा के आवेदन के आधार पर दर्ज किया है। दोनों एफआईआर 17 जनवरी 2024 को दर्ज किया गया है। एफआईआर का नंबर 3/ 2024 और 4/ 2024 है। शराब घोटला में एआईएस अफसर निरंजनदास, अनिल टूटेजा, उनके पुत्र यश टूटेजा के साथ एके त्रिपाठी, विवेक ढांड और तत्‍कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा का नाम शामिल है। शराब घोटला में ही अनवर ढेबर, अरविंद सिंह, विजय भाटिया के साथ ही एक दर्जन से ज्‍यादा आबकारी विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। वहीं, कोयला घोटला में सूर्यकां‍त तिवारी, सौम्‍या चौरसिया, आईएएस समीर, रानू साहू, प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्‍यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, मंत्री अमरजीत भगत, विधायक देवेंद्र यादव, कांग्रेस के तत्‍कालीन विधायक शिशुपाल सोरी, चंद्रदेव राय, बृहस्‍पत सिंह, गुलाब कमरो, यूडी मिंज, विनोद तिवारी, इदरिश गांधी और सुनील अग्रवाल सहित करीब 35 लोगों को आरोपी बनाया गया है।