प्रबंधन ने अंबेडकर जयंती को लेकर जारी किया भ्रमित करने वाला सर्कुलर

0:00

प्रबंधन ने अंबेडकर जयंती को लेकर जारी किया भ्रमित करने वाला सर्कुलर

कभी-कभी प्रबंधन ऐसे अस्पष्ट सर्कुलर जारी करता है कि कर्मियों की समझ से परे होता है।अब 13 अप्रैल को जारी सर्कुलर क्रमांक 21/2004 में रविवार को संयंत्र में सामान्य ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को प्रतिपूरक अवकाश मिलेगा या नहीं समझ से परे है।
14 अप्रैल के दिन ड्यूटी करने पर प्रतिपूर्ति अवकाश को लेकर 13 अप्रैल को प्रबंधन द्वारा जारी सर्कुलर सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बन गया है कि रविवार अम्बेडकर जयंती पर ड्यूटी करने वालों को प्रतिपूरक अवकाश मिलेगा या नहीं। प्रबंधन जानबूझ कर ऐसे कन्फ्यूज करने वाले सर्कुलर जारी करता है
ज्ञात हो की हर वर्ष अंबेडकर के दिन ड्यूटी करने पर एक दिन के प्रतिपूर्ति अवकाश का सर्कुलर जारी होता है जो इस वर्ष भी जारी हुआ जिसमें इस बात को तो स्पष्ट किया गया कि अंबेडकर दिवस के दिन रविवार होने के कारण प्रशासनिक कार्यालय बंद रहेंगे एवं इस दिन जिनका साप्ताहिक अवकाश है उन्हें यदि ड्यूटी पर बुलाया जाता है तो उन्हें नियम अनुसार साप्ताहिक अवकाश मिलेगा एवं अंबेडकर दिवस के दिन ड्यूटी करने के चलते एक दिन का प्रतिपूर्ति अवकाश भी मिलेगा जिसे दो माह के अंदर लेना होगा किंतु जिनका साप्ताहिक अवकाश न होकर सामान्य ड्यूटी है वह ड्यूटी आने पर उन्हें प्रतिपूर्ति अवकाश मिलेगा या नहीं यह स्पष्ट नहीं किया गया है जबकि हर वर्ष के सर्कुलर में या स्पष्ट किया जाता है

E0 परीक्षा के दिन भी जारी हुआ था ऐसा ही भ्रमित करने वाला सर्कुलर

पूर्व में भी E-0 परीक्षा के दिन का सर्कुलर सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बना था कि परीक्षा देने के बाद छः बजे से एवं परीक्षा देने के पहले किस तरह से ड्यूटी करना है एवं सामान्य पाली वालों को क्या करना है। जबकि सरल रूप से अभ्यर्थियों को परीक्षा में उपस्थिति सुनिश्चित करवाने के लिए छुट्टी देते हुए सर्कुलर जारी किया जाना चाहिए था अभी फिर से E-0 की परीक्षा का नोटिफिकेशन जारी हुआ है इस बार पता नहीं किस तरह का सर्कुलर निकालेगा।

इसी तरह 22 जनवरी रामलला के दर्शन के लिए भारत सरकार द्वारा जारी सर्कुलर के बाद बोकारो स्टील प्लांट की तरह भिलाई में भी स्पष्ट सर्कुलर जारी होना चाहिए था लेकिन भिलाई प्रबंधन संकुचित सोच के साथ ऐसा सर्कुलर जारी किया कि किसी की समझ में ही नहीं आए।
जिसके कारण संयंत्र के कर्मचारी रात को 12 बजे यूनियन पदाधिकारियों से फोन कर इस पर प्रबंधन का ध्यान आकर्षित करने को कह रहे थे।