देवगौड़ा के पोते-बेटे पर क्या हैं आरोप? यौन उत्पीड़न और अश्लील सीडी मामले की ये है पूरी कहानी

{"remix_data":[],"remix_entry_point":"challenges","source_tags":[],"origin":"unknown","total_draw_time":0,"total_draw_actions":0,"layers_used":0,"brushes_used":0,"photos_added":0,"total_editor_actions":{},"tools_used":{"clone":2},"is_sticker":false,"edited_since_last_sticker_save":true,"containsFTESticker":false}

0:00

हासन लोकसभा सीट पर मतदान से पहले प्रज्ज्वल के अश्लील वीडियो सामने आए। इसके बाद मामले की जांच के लिए एसआईटी बनी। हासन सीट पर मतदान के बाद प्रज्ज्वल विदेश चले गए। रविवार को प्रज्ज्वल और उनके पिता एचडी रेवन्ना के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई।

पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के बेटे और पोते पर यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज हुआ है। देवगौड़ा के विधायक बेटे एचडी रेवन्ना कर्नाटक सरकार के पूर्व मंत्री हैं। वहीं, उनके पोते प्रज्ज्वल रेवन्ना हासन सीट से मौजूदा सांसद और यहां से मौजूदा लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी हैं। हासन सीट पर 26 अप्रैल को मतदान हो चुका है। इससे पहले प्रज्ज्वल रेवन्ना के कई अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे। इस पूरे मामले की पेनड्राइव स्कैंडल नाम से चर्चा हो रही है।

एचडी रेवन्ना और प्रज्ज्वल रेवन्ना पर क्या-क्या आरोप लगे हैं? दोनों पर एफआईआर किसने कराई है? एफआईआर करने वाले का क्या कहना है? प्रज्ज्वल के जो वीडियो वायरल हो रहे हैं उस मामले में अब तक क्या हुआ है? क्या पहले भी इस तरह के मामले सामने आए हैं? आइये जानते हैं…

पूरा मामला क्या है?
एचडी देवगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल रेवन्ना हासन लोकसभा सीट से जेडीएस-भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार हैं। 26 अप्रैल को हासन सीट पर मतदान होना था। इससे दो दिन पहले प्रज्ज्वल के अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, प्रज्ज्वल की अश्लील तस्वीरों और वीडियो क्लिप की सैकड़ों पेनड्राइव हासन में घूम रही हैं।

अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद प्रज्ज्वल के सहयोगी पूरनचंद्र तेजस्वी एमजी ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई। तेजस्वी एमजी जेडीएस-भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार प्रज्ज्वल के चुनाव एजेंट भी हैं। अपनी शिकायत में तेजस्वी एमजी ने कहा कि नवीन गौड़ा और अन्य लोगों ने वीडियो और तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ की। उन्हें हसन लोकसभा क्षेत्र में पेन ड्राइव, सीडी और व्हाट्सएप के माध्यम से वायरल किया गया जिससे प्रज्वल रेवन्ना की छवि खराब की जा सके।

अगले दिन कर्नाटक महिला आयोग ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने लिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से सिफारिश की। इसके साथ ही कई अन्य महिला संगठनों ने भी मुख्यमंत्री से जांच की मांग की। 27 अप्रैल को राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी। अगले दिन यानी रविवार को प्रज्ज्वल के घर में घरेलू सहायिका के रूप में काम कर चुकी एक महिला की शिकायत पर प्रज्ज्वल रेवन्ना और उनके पिता एचडी रेवन्ना पर एफआईआर दर्ज की गई।

एचडी रेवन्ना और प्रज्ज्वल रेवन्ना पर क्या-क्या आरोप लगे हैं?
पीड़ित महिला ने हासन जिले के होलेनरासीपुर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। अपनी शिकायत में महिला ने कहा है कि वह एचडी रेवन्ना की पत्नी भवानी की रिश्तेदार है। पीड़िता रेवन्ना के घर में रसोइये के रूप में काम करती थी। काम शुरू करने के चार महीने बाद उसके साथ एचडी रेवन्ना ने यौन शोषण करना शुरू किया। सांसद प्रज्ज्वल पीड़िता की बेटी को वीडियो कॉल करके अश्लील बातें करता था। महिला ने अपने और अपने परिवार की जान का खतरा भी बताया है। सूत्रों का दावा है कि प्रज्ज्वल और उनके पिता एचडी रेवन्ना शनिवार रात ही विदेश चले गए। कहा जा रहा है कि प्रज्ज्वल हासन सीट पर वोटिंग के बाद जर्मनी चले गए।

जेडीएस और भाजपा का इस मामले में क्या कहना है?
सोशल मीडिया पर प्रज्ज्वल के अश्लील वीडियो आने के बाद जेडीएस ने इन्हें मॉर्फ्ड बताया। हालांकि, भाई एचडी रेवन्ना और भतीजे प्रज्ज्वल पर एफआईआर होने के बाद पार्टी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि हम जांच होने का इंतजार करेंगे। यदि किसी ने अपराध किया है तो उसे बचाने का सवाल ही नहीं है। कुमारस्वामी ने कहा कि प्रज्ज्वल के देश छोड़ने से उनका कोई लेना-देना नहीं है।

भाजपा ने प्रज्ज्वल से जुड़े अश्लील वीडियो मामले से दूरी बना ली है। पार्टी के प्रवक्ता एस प्रकाश ने इस मामले में कहा कि भाजपा का इससे कोई लेना-देना नहीं है। न ही एसआईटी जांच पर टिप्पणी करनी है।

कांग्रेस के क्या आरोप हैं?
कांग्रेस का आरोप है कि प्रज्वल रेवन्ना के अश्लील वीडियो की संख्या हजारों में है। पार्टी की तरफ से ट्वीट करके कहा गया है कि अश्लील वीडियो से भरी हुई पेनड्राइव से पता चला है कि सांसद प्रज्वल रेवन्ना ने हजारों महिलाओं का यौन उत्पीड़न कर उनके आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड किए हैं।

कांग्रेस का आरोप है कि इस पूरे मामले की जानकारी भाजपा को पहले से थी। इसके बाद भी भाजपा ने प्रज्ज्वल को टिकट देने का विरोध नहीं किया। वहीं, महिला कांग्रेस ने प्रज्ज्वल की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।

क्या पहले भी इस तरह के मामले सामने आए हैं?
चुनाव के मौसम में नेताओं की अश्लील वीडियो सामने आने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। 2012 में हिमालच प्रदेश के विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी के कथित एमएमएस सामने आया था। एमएमएस सामने आने के बाद सिंघवी को पार्टी प्रवक्ता पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
2013 में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले तत्कालीन वित्त मंत्री राघव जी की अश्लील सीडी सामने आई। इसके बाद राघव जी को मंत्री पद छोड़ना पड़ा। 1978 में तत्कालीन रक्षा मंत्री बाबू जगजीवन राम के बेटे की अश्लील तस्वीरें एक मैगजीन में छपीं थीं। कहा जाता है कि अगर यह तस्वीरें सामने नहीं आतीं तो जगजीवन राम देश के प्रधानमंत्री बनते।