कोंडागांव के केशकाल अनुविभाग के धनोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चनियागांव में अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है। एक व्यक्ति अचानक ही गायब हो गया और महीने भर बाद तक उसका पता ही नहीं चल रहा।
कोंडागांव के केशकाल अनुविभाग के धनोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चनियागांव में अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है। एक व्यक्ति अचानक ही गायब हो गया और महीने भर बाद तक उसका पता ही नहीं चल रहा। गुम हुए व्यक्ति के परिजनों ने बताया कि सबसे पहले 2013 में गांव के लोगों ने एक परिवार पर जादू टोना करने का आरोप लगाते हुए उन्हें गांव से बहिष्कृत कर दिए। इसके बाद 2022 में गांव के लोगों ने उनका घर भी तुड़वा दिए।
पीड़ित परिवार अभी इन दो परेशानियों से उबर ही नहीं पाया था कि विगत 28 मार्च से परिवार का मुखिया सतउराम कुंजाम लापता हो गया। धनोरा थाने में गुम इंसान मामला दर्ज होने के महीने भर बीतने के बाद भी पुलिस गुम इंसान को ढूढं नही पाई थी। वहीं परिजनों ने सतऊ के गायब होने के पीछे गांव ही 4 लोगों पर संदेह जाहिर किया साथ ही पुलिस से न्याय की गुहार भी लगाई है। इधर मामले को गंभीरता से लेते हुए कोंडागांव पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सोमवार 29 अप्रैल को केशकाल एसडीओपी भूपत सिंह धनेश्री, कोंडागांव साइबर की टीम और धनोरा पुलिस घटना स्थल पहुँच कर बारीकी से पूछताछ किया।
धनोरा थाना क्षेत्रांतर्गत चनियागांव से लापता हुए सतउराम कुंजाम केस में महीने भर बाद पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई। ASP रूपेश कुमार ने बताया कि चनीयागांव के ही दो युवकों ने आपसी विवाद के चलते सतउ कुंजाम की हत्या कर दी है। तथा उसकी लाश को गांव से कुछ दूर नदी के किनारे दफना भी दिया। धनोरा पुलिस व सायबर सेल की संयुक्त टीम ने लगातार पतासाजी करते हुए हत्या करने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वही केशकाल एसडीएम अंकित चौहान , तहसीलदार नेत्रा प्रभा सिदार, डॉक्टरों व फॉरेंसिक टीम की मौजूदगी में शव का उत्खनन करवाया गया। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी शिवकुमार फ़िल्म देखने का शौकीन था जो अजय देवगन की दृश्यम फ़िल्म भी देख चुका है और उसी की आधार पर घटना को अंजाम देने का प्रयास किया था, लेकिन यहाँ ज्यादा दिन छुप नहीं पाया और पुलिस ने पकड़ लिया।
क्या था मामला
मृतक सतउराम कुंजाम पत्नी राजोनबाई और 4 बच्चों के साथ ग्राम चनियागांव में रहता था। वह आसपास के गांव में जाकर ईट बनाने का काम करता था। वर्ष 2013 में ग्रामवासियों ने उस पर जादू टोना करने का आरोप लगाते हुए गांव से बहिष्कृत कर दिया था। साथ ही 2022 में वन विभाग के द्वारा वन भूमि पर बने घर को भी तुड़वा दिया गया था। सतउराम का परिवार इन दो समस्याओं से जूझ ही रह था कि विगत 28 मार्च को वह नीराबेड़ा में शादी समारोह से लौटते समय अचानक गायब हो गया। परिजनों द्वारा 3-4 दिनों तक ढूंढने के बावजूद उसका कोई पता नहीं चला, तब जाकर उसकी पत्नी व बच्चों ने धनोरा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
हत्या मामले में दोनों आरोपियों शिवकुमार कुंजाम और मानकू मंडावी ने घटना की जानकारी सियाराम कुंजाम जो कि शिवकुमार कुंजाम का सगा बड़ा भाई है और मंगलराम मंडावी जो कि मानकु मंडावी का पिता है को दिए थे। किन्तु घटना की जानकारी होने पर भी पुलिस को पूछताछ के दौरान इस संबध में कोई जानकारी नहीं होना बताने पर पुलिस ने मुख्य आरोपियों के साथ साथ 2अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा है।