मचा सियासी बवाल: भगवान जगन्नाथ को लेकर फिसली संबित पात्रा की जुबान,राहुल, खरगे और केजरीवाल समेत विपक्षी नेताओं ने क्या-कुछ कहा?,सत्ता के नशे में धुत हैं

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संबित पात्रा इन दिनों अपनी टिप्पणी को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। उन्होंने भगवान जगन्नाथ को प्रधानमंत्री मोदी का भक्त बताया था। इस टिप्पणी को लेकर विपक्ष ने भाजपा और संबित पात्रा को घेरना शुरू कर दिया। जिसके बाद से संबित पात्रा सफाई देते घूम रहे हैं।

संबित पात्रा इन दिनों अपनी टिप्पणी को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। उन्होंने भगवान जगन्नाथ को प्रधानमंत्री मोदी का भक्त बताया था। इस टिप्पणी को लेकर विपक्ष ने भाजपा और संबित पात्रा को घेरना शुरू कर दिया। जिसके बाद से संबित पात्रा सफाई देते घूम रहे हैं।

भारतीय जनता पार्टी के पुरी से उम्मीदवार संबित पात्रा की एक टिप्पणी ने बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। जिस पर नवीन पटनायक, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल जैसे शीर्ष नेता ने उनपर तंज कसना शुरू कर दिया है। विपक्ष का कहना है कि भाजपा सत्ता के नशे में इतना धुत है कि वह अपने आप को भगवान से ऊपर समझ रहे हैं।

पुरी से उम्मीदवार संबित पात्रा की यह टिप्पणी कि ओडिशा के सबसे प्रतिष्ठित देवता “भगवान जगन्नाथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भक्त हैं।”

इसके बाद उनका यह वीडियो जमकर वायरल हुआ। जिसपर लोगों ने काफी नकारात्मक प्रतिक्रियाएं दी हैं। लोगों ने और नेताओं ने कहा कि उनके इस बयान से करोड़ों लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है, इसलिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। वहीं विपक्ष के घेराव के बाद अब संबित पात्रा सफाई देते घूम रहे हैं। उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि हम सभी की जुबान कभी-कभी फिसल जाती है, वही मेरे साथ हुआ।

संबित पात्रा की टिप्पणी पर विपक्ष की प्रतिक्रियाएं

राहुल गांधी ने साधा पीएम मोदी पर निशाना
राहुल गांधी ने कहा कि जब प्रधानमंत्री स्वयं को सम्राट और दरबारी उन्हें भगवान मानने लगें तो स्पष्ट है कि पाप की लंका का पतन निकट है। करोड़ों लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का अधिकार मुट्ठीभर भाजपाइयों को किसने दिया? यह अहंकार उनके विनाश का कारण बनेगा।

दिल्ली सीएम ने कहा अहंकार को दर्शाती है यह टिप्पणी
अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर लिखा कि मैं भाजपा के इस बयान की कड़ी निंदा करता हूं। भाजपा सोचने लगी है कि वो भगवान से भी ऊपर हैं। यह अहंकार की पराकाष्ठा है। मोदी जी को भगवान भक्त कहना भगवान का अपमान है।

हिंदुत्व संगठन कहां गए?
ओडिशा के एआईसीसी प्रभारी अजॉय कुमार ने भी बयान की निंदा करते हुए माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर लिखा कि “देश और ओडिशा भगवान जगन्नाथ का यह अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा! उन्होंने कहा, “क्या मीडिया संबित पात्रा से कोई सवाल पूछेगा? शाम 7 बजे के एजेंडे वाले वे पत्रकार कहां हैं? वे हिंदुत्व संगठन कहां गए हैं।”

सत्ता के नशे में धुत है भाजपा
वहीं कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह हमारे आरोप को पुष्ट करता है कि सत्ता के नशे में धुत भाजपा हमारे भगवानों को भी नहीं बख्शेगी। भारत के लोगों की तो बात ही छोड़िए। उन्होंने कहा कि भाजपा के पुरी उम्मीदवार द्वारा की गई टिप्पणी करोड़ों लोगों द्वारा पूजे जाने वाले महाप्रभु श्रीजगन्नाथ का अपमान है। एक्स पर लिखा कि हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। 4 जून को ‘लोगों की इच्छा’ से यह अहंकार नष्ट हो जाएगा।

करोड़ों भक्तों की आस्था को पहुंची ठेस
ओडिशा से मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक एक्स पोस्ट में कहा कि महाप्रभु को किसी अन्य इंसान का ‘भक्त’ कहना भगवान का अपमान है। यह पूरी तरह से निंदनीय है। महाप्रभु श्री जगन्नाथ ब्रह्मांड के भगवान हैं। इस टिप्पणी से दुनियाभर के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है और करोड़ों जगन्नाथ भक्तों की आस्था को ठेस पहुंची है। उन्होंने यह भी कहा कि भगवान उड़िया अस्मिता के सबसे बड़े प्रतीक हैं। मैं इस बयान की कड़ी निंदा करता हूं। भाजपा से अपील करते हुए कहा कि वे भगवान को किसी भी राजनीतिक चर्चा से ऊपर रखें। उन्होंने कहा कि उडिया अस्मिता को ठेस पहुंचाई है, यहां के लोग इस बात को याद रखेंगे।

संबित पात्रा को देनी पड़ी सफाई, मांगी माफी
संबित पात्रा ने माफी मांगते हुए कहा कि उनका आशय यह था कि प्रधानमंत्री भगवान जगन्नाथ के कट्टर ‘भक्त’ हैं। उन्होंने नवीन पटनायक के पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आज पुरी में पीएम नरेंद्र मोदी के रोड शो के बाद मैंने कई मीडिया चैनलों को कई बाइट दी। हर जगह मैंने उल्लेख किया कि मोदी जी भगवान जगन्नाथ के प्रबल ‘भक्त’ हैं। लेकिन एक बाइट के दौरान गलती से, मैंने ठीक इसका विपरीत बोल दिया। मुझे पता है कि आप भी इसे जानते और समझते हैं। सर किसी अस्तित्वहीन मुद्दे को मुद्दा न बनाएं। हम सभी की जुबान कभी-कभी फिसल जाती है।’