कुर्बानी का प्रतीक ईद उल अजहा (बकरीद) का त्योहार मुस्लिम समाज द्वारा आज सोमवार को उत्साह संग मनाया जा रहा है। सुबह सबसे पहले फरीद नगर स्थित ईदगाह और उसके बाद जामा मस्जिद सेक्टर 6, पर मुस्लिम समाज के लोगों ने नमाज अदा की।
ईद-उल-अजहा से ठीक पहले रविवार शाम को भिलाई के तमाम बाजारों में लोगों की खासी भीड़ देखने को मिली। सोमवार से शुरू होने वाला ईद-उल-अजहा का त्योहार बुधवार शाम तक मनाया जाएगा लिहाजा बाजार गुलजार हैं। जामा मस्जिद में ईद-उल-अजहा की नमाज सुबह 8 बजे, वहीं ईदगाह में 7:30 बजे अदा की गई।
कुर्बानी अल्लाह को बहुत प्यारी है। कुर्बानी के गोश्त का तीन हिस्सा कर एक हिस्सा गरीबों को सदका किया जाता है। दूसरा हिस्सा दोस्त, रिश्तेदारों, पड़ोसियों को और तीसरा हिस्सा खुद इस्तेमाल किया जाता है।”:- शमशेर सिद्दीकी
इस मौके पर मस्जिद के शाही इमाम ने कहा कि बकरीद को हमें मिल-जुलकर मनाना है। त्योहार खुशी मनाने के लिए होते हैं, उससे किसी को तकलीफ हो तो यह बेमानी है। कुर्बानी करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि किसी को उससे तकलीफ न हो। हुकूमत की गाइड लाइंस को ध्यान में रखकर ही जानवरों की कुर्बानी दें।
शांतिपूर्ण तरीके से कड़ी सुरक्षा इंतजाम के साथ बकरीद की नमाज पढ़ी गई। जहां पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। इस मौके पर प्रशासन अपनी पूरी टीम के साथ मुस्तैद दिखे। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक धूमधाम से बकरीद त्यौहार मनाया जा रहा है।