

रायपुर लोकसभा से सांसद चुने गए बृजमोहन अग्रवाल अब शिक्षा मंत्री के पद से भी इस्तीफा दे दिया है. कैबिनेट बैठक के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. अब इस मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ा बयान दिया है।
छत्तीसगढ़ में बीजेपी के कद्दावर नेता और हाल ही में रायपुर लोकसभा से सांसद चुने गए बृजमोहन अग्रवाल ने अब शिक्षा मंत्री के पद से भी इस्तीफा दे दिया है. बुधवार को कैबिनेट की बैठक के दौरान उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को सौंप दिया है. मालूम हो कि 17 जून को रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने राजधानी रायपुर के मौलश्री विहार स्थित विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के निवास पर जाकर अपना इस्तीफा सौंपा था।

विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव 2024 में भी बृजमोहन अग्रवाल ने भी रिकॉर्ड जीत दर्ज की थी. उन्होंने रायपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय को काफी बड़े मार्जिन से हराया है. उन्होंने विकास उपाध्याय को 5 लाख से ज्यादा वोटों से हराया है. बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बृजमोहन अग्रवार को कुल 10 लाख 50 हजार 351 वोट मिले थे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने साधा निशाना

बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि उन्हें सांसद पद से इस्तीफा देना चाहिए. खुद बृजमोहन अग्रवाल यही चाहते हैं. वे वरिष्ठ नेता हैं, अनुभवी हैं, उन्हें यहां रहना चाहिए. खुद बीजेपी के लोग बृजमोहन अग्रवाल को यहां से हटाना चाहते हैं, ताकि उनका पद खाली हो और दो मंत्रियों को हटाया जा सके. अब देखते हैं कब बिल्ली के भाग से छींका टूटता है।
भूपेश बघेल ने कहा कि मैं कह रहा था की बृजमोहन अग्रवाल को लोकसभा से इस्तीफा देना चाहिए ,ना कि विधानसभा से, वह सीनियर नेता हैं. हमारे सबसे सीनियर विधायक हैं, मंत्री मंडल में वरिष्ठ हैं. अनुभवहीन लोग मंत्री बने हुए हैं, कम से कम एक आदमी तो अनुभवी रहे. बृजमोहन अग्रवाल की खुद की इच्छा नहीं है लोकसभा में जाने की. उनको अपने दिल की बात सुननी चाहिए. भूपेश बघेल ने कहा कि बीजेपी के नेता तो चाहेंगे ही कि बृजमोहन अग्रवाल जल्दी से जल्दी इस्तीफा दें, क्योंकि एक पद पहले से खाली है. फिर यह भी इस्तीफा देंगे तो 2 पद खाली हो जाएंगे।