लुधियाना में शिवसेना नेता पर हुए हमले का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. कथित वीडियो में देखा जा सकता है कि निहंग की वेशभूषा में आए हमलावरों ने थापर पर उस समय हमला किया जब वह स्कूटर पर थे और उनके पीछे उनका सुरक्षाकर्मी बैठा हुआ था।
पंजाब के लुधियाना में शुक्रवार को दिनदहाड़े चार अज्ञात हमलावरों ने शिवसेना की पंजाब इकाई के एक नेता पर तलवारों से हमला कर दिया. पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि हमले में नेता गंभीर रूप से घायल हो गये. संदीप थापर (58) पर हमला उस समय किया गया, जब वह संवेदना ट्रस्ट के संस्थापक-अध्यक्ष रविंदर अरोड़ा की चौथी पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित समारोह में शामिल होने के बाद सिविल अस्पताल के निकट स्थित ट्रस्ट के कार्यालय से बाहर निकल रहे थे. संवेदना ट्रस्ट मरीजों को निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा और शव वाहन उपलब्ध कराता है।
घटना का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. कथित वीडियो में निहंग की वेशभूषा में आए हमलावरों ने थापर पर उस समय हमला किया जब वह स्कूटर पर थे और उनके पीछे उनका सुरक्षाकर्मी बैठा हुआ था. वीडियो में थापर हमलावरों से हाथ जोड़कर बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं. इसी बीच अचानक इनमें से एक व्यक्ति उनपर तलवार से हमला कर देता है. घटना के वक्त राहगीरों को मौके पर खड़े हुए देखा जा सकता है।
थापर के सुरक्षाकर्मी की पिटाई
वीडियो में एक अन्य हमलावर थापर के सुरक्षाकर्मी को धक्का देकर दूर ले जाता हुआ दिखाई दे रहा है. थापर के गिरने के बाद तीसरे हमलावर ने भी तलवार से हमला करना शुरू कर दिया. बाद में दो आरोपी थापर के स्कूटर पर बैठकर भाग गए. पुलिस ने बताया कि सिर में चोट लगने के कारण थापर को तुरंत अस्पताल ले जाया गया. बाद में उन्हें एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
BJP ने सीएम भगवंत मान का मांगा इस्तीफा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हमले की निंदा की और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के इस्तीफे की मांग की. भाजपा की पंजाब इकाई के महासचिव अनिल सरीन ने कहा कि मान न केवल राज्य के मुख्यमंत्री हैं, बल्कि उनके पास गृह विभाग भी है. उन्होंने आरोप लगाया कि जब से आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पंजाब में आई है, तब से राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर हो गई है. भाजपा नेता ने दावा किया, “हत्या व डकैती के मामलों और गैंगस्टरों की गतिविधियों में वृद्धि हुई है. नतीजतन, लोगों में असुरक्षा की भावना पैदा हुई है.” सरीन ने कहा कि पंजाब सरकार कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर ‘पूरी तरह विफल’ साबित हुई है. उन्होंने कहा कि इस तरह के हालात में मुख्यमंत्री को ऐसी घटनाओं की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए।