

अब तक लगभग 150 से अधिक ग्रामीणों को रेबीस का वैक्सीन लगाया जा चुका है। साथ ही ग्रामीणों से उस सत्यनारायण पूजा में शामिल होने वाले तमाम लोगों की हिस्ट्री खंगाली जा रही है।
कांकेर में कोयलीबेड़ा ब्लॉक के ग्राम विवेकानंदनगर में पूजा का प्रसाद खाने के बाद ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। दरअसल 01 जून को विवेकानंदनगर गाव में एक ग्रामीण के घर सत्यनारायण पूजा का आयोजन होता है जिसमें गाय के कच्चे दूध से सिन्नी प्रसाद बनाया जाता है। उस पूजा में ग्रामीण पहुँचते हैं और प्रसाद खाते हैं पर सिन्नी प्रसाद बनाने में जिन दो गायों के दूध का उपयोग होता हैं उन दोनों गायों को गाँव के पागल कुत्ता काट चुका होता है।

सत्यनारायण पूजा के लगभग 90 दिन बाद जब उन दोनों गायों की मौत हो जाती है तो गायों के मालिक अस्पताल जाकर चोरी-छुपे रेबीस का वैक्सीन लगा लेते हैं। परन्तु जब ये बात धीरे-धीरे पूरे गांव में फैलती है तो ग्रामीणों द्वारा उन गायों के दूध से बने प्रसाद के खाने से रेबीस के संक्रमण का अंदेशा के चलते स्वस्थ विभाग के अधिकारी को पूरी घटना की सुचना देते हुए गाँव में रेबीस वैक्सीनेशन की मांग की। जिसके बाद स्वस्थ विभाग द्वारा मामले की गंभीरता देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की एक टीम विवेकानंद नगर गांव में वैक्सीनेशन के लिए भेजी गयी है।
अब तक लगभग 150 से अधिक ग्रामीणों को रेबीस का वैक्सीन लगाया जा चुका है। साथ ही ग्रामीणों से उस सत्यनारायण पूजा में शामिल होने वाले तमाम लोगों की हिस्ट्री खंगाली जा रही है।
