छत्तीसगढ़ की आवाज न्यूज ने अपने सूत्रों के माध्यम से कल 21 अक्टूबर के अंक में बता दिया था कि आकाश शर्मा को रायपुर दक्षिण का कांग्रेस उम्मीदवार बनाया जाएगा। बीजेपी के बाद अब कांग्रेस ने भी रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है।
बीजेपी के बाद अब कांग्रेस ने भी रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है। युवा नेता आकाश शर्मा रायपुर दक्षिण से कांग्रेस प्रत्याशी होंगे। युवा नेता आकाश शर्मा को लेकर पार्टी के सभी बड़े नेताओं ने अपनी सहमति जताई थी। इसके बाद उनके नाम पर मंगलवार को अंतिम मुहर लगा दी गई।
रविवार को रायपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक के बाद पार्टी हाईकमान को दो नामों का पैनल भेजा गया था, जिसमें प्रमोद दुबे का नाम सबसे आगे था। बाद में उनके नाम पर सहमति न बन पाने की स्थिति में युवा चेहरा आकाश शर्मा पर सभी की पूरी तरह से सहमति बन गई। इसके बाद उनके नाम की घोषणा की गई।
कौन हैं आकाश शर्मा ?
आकाश शर्मा छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं। वो सात साल तक एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने विधानसभा चुनाव 2023 में भी अपनी दावेदारी पेश की थी। साल 2018 और साल 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में टिकट मांगी थी। उस दौरान आकाश शर्मा को पार्टी ने टिकट नहीं दिया। इस बार कांग्रेस ने उन पर भरोसा जताया है।
कांग्रेस ने बनाया कंट्रोल रूम
दूसरी ओर उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने राजीव भवन में कंट्रोल रुम बनाया है। पीसीसी चीफ दीपक बैज के निर्देश पर संगठन प्रभारी मलकीत गैदू ने इसका आदेश जारी किया है। दीपक मिश्रा को कंट्रोल रूम का प्रभारी और सलाम रिजवी को समन्वयक बनाया गया है। राजेंद्र पप्पू बंजारे, नरेश गढ़पाल, सोमेन चटर्जी, चंद्रवती साहू, दीप्तेश चटर्जी, पूजा देवांगन, लक्ष्मी देवांगन,साक्षी सिरमौर,पल्लवी सिंह,अशोक चतुर्वेदी, गीता सिंह सहित 20 नेताओं को सदस्य बनाया गया है।
कांग्रेस के विश्वस्त सूत्रों के अनुसार यहां से सिर्फ एक ही नाम का पैनल एआईसीसी (ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी) को भेजा गया था। जिसमें सिर्फ आकाश शर्मा का ही नाम था। आलाकमान ने आकाश शर्मा के नाम पर अंतिम मुहर लगा दी है। इस सीट पर कांग्रेस के आकाश शर्मा का मुकाबला रायपुर के पूर्व सांसद और भाजपा के प्रत्याशी सुनील सोनी से है।
इधर, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि रायपुर दक्षिण उपचुनाव को लेकर भाजपा डरी हुई है। यही कारण है कि अपने वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है। कांग्रेस उपचुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि इस बार पार्षदों को बड़ी जिम्मेदारियां दी गई है। इस बार चुनाव लड़ने वाले पार्षद भी वार्ड से लीड दिलाएं।