राजहरा माइंस अस्पताल में मुख्य अस्पताल पंडित जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा एवं अनुसंधान केंद्र भिलाई सेक्टर 9 से आए हुए डॉक्टरों की टीम के सहयोग से सहयोग से पांचवीं बार एक बड़े चिकित्सा शिविर का आयोजन 1 नवंबर को संपन्न हुआ l
1 नवंबर, 2024 को, राजहारा माइन्स अस्पताल ने एक व्यापक स्वास्थ्य जांच का आयोजन किया जिससे राजहरा वासियों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को एक साथ लाया गया। इस पहल का उद्देश्य चिकित्सा आवश्यकताओं की एक विस्तृत श्रृंखला को संबोधित करना है यह सुनिश्चित करते हुए कि मरीजों को विशेषज्ञ देखभाल और ध्यान मिले।
हेल्थ चेकअप में डॉ कौशलेंद्र ठाकुर की अध्यक्षता में डॉ नटन वर्मा (बाल चिकित्सा विभाग), डॉ इमैनुएल मैसी (आर्थोपेडिक विभाग), डॉ हिमोनी गुप्ता (प्रसूति और स्त्री विज्ञान विभाग), डॉ दीपली गुप्ता के नेतृत्व में एक टीम थी। JLN अस्पताल और अनुसंधान केंद्र, BHILAI से JUILEE (O & G का विभाग)।(ऑर्टनो विभाग), डीएनबी डॉ. जुली (ओ एंड जी विभाग) जेएलएन अस्पताल और अनुसंधान केंद्र, भिलाई से राजहरा आए थे l इसके अतिरिक्त राजहरा माइंस अस्पताल से फिजिशियन डॉ. मनोज डहरवाल और उनकी टीम मौजूद थी। प्रत्येक विशेषज्ञ ने रोगियों की विशिष्ट स्वास्थ्य समस्याओं के निदान, उपचार और सलाह देने के लिए अपनी विशेषज्ञता की पेशकश की। यह कार्यक्रम एक शानदार सफलता थी, जिसमें 300 से अधिक परामर्श दी गई और लोग सेवाओं से लाभान्वित हुए।
रोगियों को विभिन्न बीमारियों के लिए परामर्श, परीक्षण और उपचार प्राप्त हुए। विशेषज्ञों ने पूरे दिन अथक परिश्रम किया ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सभी को उनकी ज़रूरत की निदान मिले। कार्यक्रम में स्वास्थ्य शिक्षा सत्र भी शामिल थे, जहाँ रोगियों को निवारक उपायों और स्वस्थ जीवन शैली विकल्पों के बारे में बताया गया।
1.डॉ. श्वेता वर्मा ने रोगी के कान से कीट को लाइव निकाला।
2.डॉ. धीरज शर्मा ने आई एंड डी किया। एलएसआई सहित 3 ऑर्थो प्रक्रियाएँ की गईं l
इस व्यापक स्वास्थ्य जांच की सफलता मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (सीएमओ प्रभारी) डॉ. रवींद्रनाथ एम सर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओएस) डॉ. विनीता द्विवेदी , डॉ. कौशलेंद्र ठाकुर , डॉ. सौरव मुखर्जी और राजहरा माइंस के मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम) श्री आर बी गहरवाल , डॉ. मनोज डहरवाल (आरएमएच प्रभारी), डॉ. जे एस बघेल (कार्मिक अधिकारी) के ईमानदार और समर्पित प्रयासों से संभव हुई l साथ ही राजहरा माइंस अस्पताल के सहायक कर्मचारी भी शामिल हुए।