रिकेश सेन अडाणी की प्रवक्ता कब से बन गए? : मुकेश चंद्राकर

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रिकेश सेन अडाणी की प्रवक्ता कब से बन गए? : मुकेश चंद्राकर

जिला अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर ने अडानी मामला पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के तमाम प्रवक्ता अडानी के बचाव में उतर आए हैं। ‘किसी अन्य नेता के साथ इतनी तस्वीरें नहीं होंगी जितनी मोदी और अडानी के साथ हैं,यह गहरी साठगांठ का प्रमाण है। बीजेपी कह रही है कि कांग्रेस सरकार के समय छत्तीसगढ़ में अडानी का निवेश सबसे ज्यादा हुआ। इससे ये बात साफ है कि भाजपा मान रही है कि यूएस कोर्ट की कार्रवाई सही है और अडानी गलत तो अडानी पर FIR करके जांच कब करेंगे।

बिल्कुल स्पष्ट हो चुका है कि गौतम अडानी ने भारतीय और अमेरिकी कानून तोड़े हैं। राहुल गांधी ने कहा कि गौतम अडानी को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। भूपेश बघेल ने (जेपीसी) के गठन की मांग का समर्थन किया है।

रमन सरकार में अडानी को मिला फायदा’

मुकेश चंद्राकर ने कहा कि जहां तक अडानी के निवेश की बात है जितने भी कोयला खदान स्वीकृत हुए वो रमन सरकार के वक्त के हैं। SECL की खदान भी बिना किसी टेंडर प्रक्रिया के अडानी को सौंप दी। कोरबा वेस्ट, लैंको और जीएमआर खदान भी अडानी को दे दी। NMDC की खदान भी उसी समय ज्वाइंट वेंचर बना जब डॉ रमन सिंह मुख्यमंत्री थे, माइनिंग के चेयरमैन शिवरतन शर्मा थे, NMDC और CMDC का ज्वाइंट वेंचर बनाकर अडानी को दे दिया गया। हजारों करोड़ का निवेश है या तो डॉ. रमन सिंह ने उपकृत किया है या मोदी सरकार ने उपकृत किया है।

अमेरिका की जांच में कहा गया है कि अडानी ने हिंदुस्तान और अमेरिका में अपराध किया है। मगर हिंदुस्तान में अडानी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।’केंद्र सरकार को अडानी समूह के खिलाफ आरोपों को गंभीरता से लेना चाहिए और मामले की गहन जांच करनी चाहिए।