हाथी के बाद बाघ का आतंक: एमपी-सीजी बॉर्डर पर बाघिन की एंट्री, ग्रामीणों में मचा हड़कंप,हाई अलर्ट पर वन विभाग

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मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर हाथी के बाद बाघ की एंट्री से हड़कंप मच गया है। जिसके बाद वन विभाग हाई अलर्ट पर है। वहीं ग्रामीणों को जंगल में जाने की मनाही है।

एमपी-सीजी बॉर्डर पर हाथी के बाद अब बाघिन की एंट्री हो गई है। इस क्षेत्र में सीजी के कबीरधाम व एमपी के डिंडौरी, बालाघाट व मंडला जिला आता है। क्षेत्र में हाथी व बाघिन की एंट्री हुई है। ये कभी सीजी के कबीरधाम जिला तो कभी एमपी के डिंडौरी जिले के जंगल में आ जाते है। ऐसे में दोनों राज्य के वन विभाग की टीम हाई अलर्ट पर है।

ग्रामीणों को जंगल में जाने की मनाही कर दी है। इस बीच एमपी के सिलपीडी के जंगल से ठाडपथरा बाघिन की तस्वीर ट्रैप कैमरा में कैद हुई है। बताया जा रहा कि एक दिन पहले ये डिंडौरी जिले के वन परिक्षेत्र दक्षिण समनापुर के रंजरा और बंजरा वन ग्राम में मौजूद थी। इसके बाद इसका मूवमेंट पश्चिम करंजिया रेंज अंतर्गत वन ग्राम ठाडपथरा के आसपास रहा है।

इस दौरान बाघिन ने बस्ती के अंदर सड़क किनारे एक मवेशी का शिकार कर उसे घसीटते हुए गांव के बाहर ले गई। वर्तमान समय में इसका फिक्स लोकेशन नहीं मिल रहा है। ये कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान की तरफ से आई है। इसी प्रकार सीजी के क्षेत्र में चार हाथी पंडरीपानी जंगल के क्षेत्र के मौजूद है। ये भी एमपी-सीजी बॉर्डर पर है। ये दोनों क्षेत्र पांच किलोमीटर के दायरे में आते हैं।