छत्तीसगढ़ही भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए हम एक दूसरे से छत्तीसगढ़ी भाषा में बात करें ! अपने स्थानीय कार्यक्रम में अपनी छत्तीसगढ़ी वेशभूषा में आए l ” :-नितेश छत्री ( मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस )
छत्तीसगढ़ समन्वय समिति द्वारा विगत दिवस “छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ महतारी की तैलचित्र पर माल्यार्पण कर आरती पूजा, समस्त पदाधिकारियों द्वारा किया गया। महिला प्रकोष्ट द्वारा श्रीमती ममता घराना, रेखा पारकर, माया कौशिक, राखी देशलहरे, देवटिन पारकर, अनुसूईया खरे, पुष्पा शान्डिल्य, मीनादास, सुनीता भांडेकर, शीतल नायक, निर्मल दुरेन्द्र द्वारा छत्तीसगढ़ का राजकीय गीत “बरपा पैरी के धाम, महानदी के अपार गीत के साथ कार्यक्रम आरम्भ किया गया। तत्पश्चात कार्यक्रम में उपस्थित बी.एस.पी. के मुख्य अतिथि श्री नितेश छत्री , सीनियर मैनेजर बी.एस.पी. अध्यक्षता श्री रामदास मानिकपुरी, अध्यक्ष छ.ग. समन्वय समिति, विशिष्ट अतिथि श्री सियाराम ध्रुवे – डिप्टी मैनेजर राजहरा माइंस, तथा सामाजिक अतिथि में सर्व श्री विद्या रावटे, अध्यक्ष हल्बा समाज, अंकालू राम देवांगन, अध्यक्ष देवांगन समाज, संतोष ठाकुर, काशीरान निशाद. पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका परिषद, विष्णु चन्द्रवंशी, मनवा कुर्मी समाज, संतराम सेन पूर्व अध्यक्ष सेन समाज, गोरेलाल मिश्रा, छगन साहू अध्यक्ष पत्रकार संघ दुर्ग संभाग, श्रीमती सरिता गौतम, घनश्याम पारकर अध्यक्ष निषाद समाज, चेतनदास सार्वा (कवि) टी.एस. पारकर (कवि) मंचस्थ अतिथि उपस्थित थे। सभी अतिथियों का समिति के सदस्ययों द्वारा गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया गया। स्वागत भाषण श्री रामदास मानिकपुरी द्वारा किया गया।
श्री रामदास मानिकपुरी ने कहा कि हमारे छ.ग. राज्य निर्माण हेतु 24 वर्ष हो गये, छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया कहते हुए कहा कि हमें एक होकर दल्ली राजहरा में छत्तीसगढ़िया मन के विकास बर काम करना है एवं हमें संगठित होकर रहना है।
विशिष्ट अतिथि में श्रीमती विद्या रावटे ने कहा कि अन्य प्रांत से आये समाज आज संगठित हैं। लेकिन हम लोग संगठित नहीं है। हम लोग दुसरे प्रांत के त्यौहार में जाते हैं लेकिन हमारे राज्य के कार्यक्रम वे लोग नहीं मनाते हैं। हमें इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है l
श्री अंकालू राम देवांगन जी ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी समाज में आना पसंद नहीं करते है। प्रत्येक समाज युवाओं को जोड़ना चाहिए। युवा पीढ़ी ही समाज को आगे बढ़ायेंगे एवं छत्तीसगढ़िया लोगों को एक होना होगा । श्री काशीराम निषाद ने छ.ग. समन्वय समिति की एकता पर जोर देते हुए कहा कि प्रत्येक माह में पूरे 20 समाज के अध्यक्षों की मीटिंग होनी चाहिए। छ.ग. स्थापना दिवस पर सभी सदस्यों को बधाई दिया तथा अपनी संस्कृति को बनाये रखने की बात कही।
मुख्य अतिथि श्री नितेश क्षत्री जी ने कहा कि छत्तीसगढ़िया समाज के प्रत्येक समाज के अधिकारी एवं कर्मचारियों को इस समिति में जोड़ा जाएगा। छ.ग. राज्य बनने के बाद प्रत्येक समाज विकास किया है। समाज विकास के लिए एकता बहुत ही जरूरी है। हमें हमारे भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक दूसरे से छत्तीसगढ़ी भाषा में बात करें l अपने स्थानीय कार्यक्रम में अपने संस्कृति छत्तीसगढ़ी वेशभूषा में जाएं l जातिवाद भेदभाव को भूलकर एक साथ रहकर” छत्तीसगढ़िया सबसे बढ़िया के नारों के साथ काम करना चाहिए l” बच्चों की पढ़ाई के लिए विशेष कोचिंग सेन्टर खोला जाना चाहिए l ताकि प्रतिभा वान बच्चे अच्छी पढ़ाई कर डॉक्टर व इंजीनियर बन सकेंगे।
विशेष अतिथि श्री सिया राम ध्रुवे ने अपने अनुभव की बाते कहते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ियों की देन है कि दल्ली राजहरा में छत्तीसगढ़ सहकारी साख समिति बना है। जिससे छत्तीसगढ़ियों भाई लोग अपनी आर्थिक स्थिति भी सुधार सकें।
फिर कवि सम्मेलन हुआ जिसमें श्री घनश्याम पारकर, सरिता गौतम, छगन साहू, टी.एस. पारकर, संतोष ठाकुर, चेतनदास सार्वां, इन सभी कवियों ने अपने अपने कविता एवं हास्य व्यंग्य के साथ पूरे कार्यक्रम में उपस्थितजनों को मंत्रमुग्ध कर दिया और हंसी मजाक के साथ पूरे कार्यक्रम को आनंदित किया।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती ममता घराना, श्रीमती देवंतिन पारकर, तोरण लाल साहू ने किया। कार्यक्रम में पुष्पा शांडिल्य द्वारा गीत प्रस्तुत किया गया। इस पूरे कार्यक्रम में राखी देशलहरा, रेखा पारकर, सावित्री सोनबोईर, माया कौशिक, शीतल नायक, मीनादास मानिकपुरी, सुनिता भांडेकर, निर्मला चुरेन्द्र, अनुसूईया खरे, पंचूराम देवांगन, जनक देवांगन, दिजय सिन्हा, गोपी निषाद, विष्णु चंद्रवंशी, दीन दयाज देशलहरे, संतोष घराना, रमेश सिन्हा, संतराम सेन, छन्नू लाल सेन, चन्द्र कुमार भट्ट, हेमंत साहू, चेतन लाल, कमलराम, देवेन्द्र उइके, उमेश पटेल, हंस कुमार, एन.एन. देवांगन, संतोष यादव, मिथलेश वर्मा, राहुल दास, रामेश्वर देवांगन, किर्तिका साहू, गोरेलाल मिश्रा, ममता घराना, देवंतिन पारकर, माधुरी करपाल, सोनम, दीपा उर्वसी. ईमला, श्रीमती भुनेश्वरी, श्रीमतीगिरवर ठाकुर उपस्थित रहीं, आभार श्री गोपी निषाद द्वारा किया गया।