शातिर नबकजन/चोर दुर्ग पुलिस के हत्थे चढ़ा।
ई-रिक्शा चोर ही निकला शातिर नकबजन।
आरोपी के कब्जे से सोने चांदी के जेवरात साहित, ई-रिक्शा जुमला कीमती तकरीबन 7.50 लाख की मशरूका बरामद।
2 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में।
एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग एवं थाना खुर्सीपार की संयुक्त कार्यवाही।
दिनांक 23.11.2024 को प्रार्थी हरेकृष्णा साह निवासी सरकारी अस्पताल के पास बापू नगर खुर्सीपार ने थाना खुर्सीपार में उपस्थित होकर लिखित आवेदन प्रस्तुत किया कि दिनांक 16.11.2024 के शाम 05:00 बजे मेरी ई-रिक्शा चेचिस नम्बर MCB18C000049 एवं इंजन नम्बरERBCHRL071864V15A25357 अपने घर के सामने (सरकारी अस्पताल के पास बापूनगर) में खड़ी किया, सुबह 04:00 बजे मैं सोकर उठा और बाहर जहाँ मेरी ई-रिक्शा खड़ी थी वहाँ पर नहीं थी जिसका आस-पास पता तलाश किया कोई पता नहीं चला, मेरी ई-रिक्शा बिना नम्बर की गाड़ी कोई अज्ञात चोर चोरी कर ले गया है कि रिपोर्ट पर थाना खुर्सीपार में अपराब क्रमांक 232/2024 धारा 303 (2) भारतीय न्याय संहिता का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
उक्त चोरी की घटना को अत्यंत ही गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक महोदय, श्री जितेन्द्र शुक्ला (भा.पु.से.) के द्वारा आरोपियों की शीघ्र पतासाजी कर माल बरामद कर उनकी गिरफ्तारी करने हेतु निर्देश प्राप्त हुये थे, जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री सुखनंदन राठौर (रा.पु.से.), उप पुलिस अधीक्षक (छावनी) श्री हरिश पाटिल (रा.पु.से.), उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) श्री हेमप्रकाश नायक (रा.पु.से) के मार्गदर्शन में एवं एण्टी क्राईम सायबर यूनिट प्रभारी निरीक्षक तापेश्वर नेताम एवं थाना प्रभारी निरीक्षक अम्बर सिंह के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया था।
टीम द्वारा संदेहियों पर सतत् निगाह रखी जा रही थी, विशेष सूत्र भी लगाये गये थे। जेल से रिहा हुए पूर्व के आदतन अपराधियों पर भी निगाह रखी जा रही थी। घटना स्थल के आसपास एवं आवागमन के रास्तों में लगे सीसीटीव्ही फूटेज का अवलोकन किया जा रहा था। इसी दौरान विशेष सूत्रों से पता चला कि खुर्सीपार निवासी मिराज आलम अपने पास एक बिना नम्बर की ई-रिक्शा रखा है जिसे बेचने के लिए ग्राहक की तलाश में लगा हुआ है कि सूचना पर टीम द्वारा मेराज आलम को पावर हाऊस ब्रीज के पास मय ई-रिक्शा के साथ पकड़कर पूछताछ की गयी एवं वाहन के संबंध में दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया जिस पर मेराज आलम द्वारा टाल मटोल कर कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया एवं बार-बार कहानी बनाकर टीम को गुमराह कर रहा था। मेराज आलम का पूर्व से ही चोरी की घटनाओं में अपराधिक रिकार्ड रहा है जिससे टीम भलीभांति वाकिफ थी इसलिए उसके टाल मटोल करने की प्रवृत्ति को समझकर सख्ती से पूछताछ करने पर मेराज आलम द्वारा उक्त ई-रिक्शा अपने साथी देना बैंक स्वीपर मोहल्ला निवासी शांता राव के साथ मिलकर बापू नगर सरकारी अस्पताल के पास से चोरी करना स्वीकार किया।
इसी क्रम में मिराज एवं शांताराव द्वारा गहन पूछताछ के दौरान वर्ष 2023 में गौतम नगर जोन 01 खुर्सीपार में घर चोरी की घटना को अंजाम देना भी स्वीकार किया जिस पर टीम द्वारा घटना के संबंध में तस्दीक किये जाने पर जानकारी प्राप्त हुआ कि दिनांक 11.08.2023 को गली नम्बर 03 गौतम नगर जोन 01 खुर्सीपार में राजदेव के घर चोरी की घटना घटित हुयी थी जिस पर थाना खुर्सीपार में अपराध क्रमांक 151/2023 धारा 457, 380 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था। आरोपियों द्वारा अपराध स्वीकार करने उपरांत आरोपियों की निशानदेही पर सोने का हार 01 नग, सोने की चैन 01 नग, सोने का कंगन 01 जोड़ी, सोने की अंगूठी 02 नग सोने की बाली 04 नग, सोने की फुल्ली 01 नग, चांदी का पायल 01 जोड़ी एवं 01 नग ई-रिक्शा जुमला कीमती 7.50 लाख रू की मशरूका बरामद की गयी। अग्रिम कार्यवाही थाना खुर्सीपार से की जा रही है।
उक्त कार्यवाही में एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग से प्र.आर. सगीर खान, चन्द्रशेखर बंजीर, आरक्षक रिंकू सोनी, भावेश पटेल, राकेश अन्ना, अजय गहलोत, विक्रांत यदु एवं थाना खुर्सीपार से प्र.आर. रोहित यादव की उल्लेखनीय भूमिका रही।
आरोपियों का नाम एवं पता –
- मेराज आलम पिता मेहताब आलम उम्र 23 साल निवासी गौतम नगर सेक्टर 11 आनंद दुकान के पीछे खुर्सीपार जिला दुर्ग।
- शांता राव पिता नारायण राव उम्र 25 साल निवासी देना बैंक के पीछे स्वीपर मोहल्ला छावनी जिला दुर्ग।