मूल निवासी बचाओ मंच बस्तर पर प्रतिबंध लगाना सरकार की अलोकतांत्रिक व तानाशाही फांसीवादी कदम है। – जनक लाल ठाकुर
छत्तीसगढ़ के किसानों की समस्या, दल्ली राजहरा के स्थानीय बेरोजगारों को खदान, प्लांट में कार्य उपल्ब्ध कराने और बस्तर के मूल निवासी बचाओ मंच पर प्रतिबंध लगाने के विरोध में छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा और छत्तीसगढ़ माईंस श्रमिक संघ ने मुख्यमंत्री के नाम अनुविभागीय दंडाधिकारी दल्ली राजहरा/ डौण्डी को ज्ञापन सौंपा है ।
जनक लाल ठाकुर जी पूर्व विधायक डौण्डी लोहारा ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है धान खरीदी के लिए आनलाइन टोकन सिस्टम से किसान काफी परेशान हैं lधान खरीदी केंद्रों पर बारदाना (बोरा) उपलब्ध नहीं है। और किसानों को स्वयं की बारदाना व्यवस्था करने का दबावपूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है। सरकार 25 रु० प्रति बारदाना देने की बात कह रही है और किसान बाजार से 50-60 रु० प्रति बारदाना खरीदने को मजबूर हैं।
आगे ठाकुर जी ने कहा कि मूल निवासी बचाओ मंचों पर जन सुरक्षा अधिनियम के तहत प्रतिबंध लगाना सरकार की अलोकतांत्रिक व तानाशाही फाॅसीवादी कदम है अपनी जल जंगल जमीन की लड़ाई लड़ने वाले निर्दोष मूल निवासी आदिवासियों को माओवादी बताकर फर्जी मुठभेड़ में मारकर वहां की जल जंगल जमीन को पूंजीपति कारपोरेट घरानों को कौड़ियों के मोल देकर पूरे बस्तर को बेचने की साजिश सरकार द्वारा किया जा रहा है। सरकार की इस प्रकार के कृत्य का छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ माईंस श्रमिक संघ, जिला किसान मोर्चा, व मानवाधिकार संगठन PUCL द्वारा इसका घोर निन्दा करते हुए पूर जोर विरोध करती है।
छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ माईंस श्रमिक संघ, जिला किसान संघ व बेरोजगार संघ के सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा रैली निकाल कर नाराबाजी करते हुए अनुविभागीय दंडाधिकारी दल्ली राजहरा/डौण्डी के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ माईंस श्रमिक संघ और छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के सोमनाथ उइके, राजाराम बरगद, सुरेन्द्र साहू, राम चरण नेताम, नासिक यादव, राजा, अमर सिंह, रेवा निषाद, (डौण्डी- लोहारा ब्लाक से)- गैंदसिंह ठाकुर, नवाब जिलानी, मुरारी प्रजापति, देवेन्द्र सिन्द्रामे, (डौण्डी ब्लाक से)- घनाराम, प्रेमलाल साहू, सोमन मरकाम, एवं बेरोजगार संघ के कार्यकर्ता उपस्थित थे।