धान खरीदी पर भाजपा सरकार कर रही वादाखिलाफी -पुकेश चंद्राकर
लक्ष्य के मुताबिक धान की खरीदी न हो सके इसके लिए साय सरकार षडयंत्र रच रही है। इसलिए बारदानों एवं धान उठाव की समस्या बनी हुई है।
अंडा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के निर्देशानुसार धान खरीदी पर भाजपा सरकार के विरोध में जिला किसान कांग्रेस दुर्ग द्वारा ग्राम अंडा धान खरीदी केंद्र के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष किसान कांग्रेस के पुकेश चंद्राकर ने कहा की किसानों का एक साल में हाल बेहाल करने वाली भाजपा सरकार ने धान के एक मुफ्त भुगतान की वादा करने वाली बीजेपी सरकार एक साल में ही किसानों को धोखा देकर राशि प्रदान कर रही है और 3100 का धान की राशि का भुगतान मात्र 2300 से कर रही है किसानों की राशि के भुगतान करने में पसीना निकल जा रहा है।
धान खरीदी पर सरकार कर रही वादाखिलाफी”: धान खरीदी केंद्रों में धरना में क्षेत्र के नेताओं ने बीजेपी की राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार किसानों से वादाखिलाफी कर रही है. लक्ष्य के मुताबिक धान की खरीदी न हो सके इसके लिए साय सरकार षडयंत्र रच रही है. इसलिए बारदानों व परिवहन की समस्या बनी हुई है. कांग्रेस पार्टी के दखल के बाद कई धान खरीदी केंद्रों पर नए और पुराने बारदानों से धान खरीदा जा रहा है. जिससे कुछ जगहों पर धान खरीदी बंद हो गई है.सर्वर की समस्या के कारण टोकन लेने में किसानों को समस्या हो रही है।
ज्ञात हो दुर्ग जिला में अभी धान खरीदी चल रही है। धान खरीदी में कई गंभीर अनिमितायें है। किसान भारी परेसान है धान की खरीदी सुचारू रूप से नहीं हो पा रही है धान का भुगतान भी पुरा नहीं दिया जा रहा है।
इन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अनुभागीय अधिकारी राजस्व तहसील जिला दुर्ग को ज्ञापन सौपा गया।
- यह कि किसानों को धान बेचने हेतु समय पर टोकन नहीं मिल पा रहा है टोकत का पुरा सिस्टम फेलवर साबीत हो गया है ऑनलाईन को बंद कर खरीदी केन्द्रों पर टोकन प्रदाय किया जाये।
- यह कि राज्य सरकार द्वारा 3100/- एक मुस्त राशि प्रत्येक ग्राम पंचायत को काउंटर खोल कर भुगतान की बात कही गई थी जो कि खरीदी केन्द्र पर 2300/- के हिसाब से भुगतान किय जा रहा है। 3100/117/- समर्थन मूल्य केन्द्र सरकार द्वारा बढ़ाई गई है। को जोड़कर 3217/- भुगतान किया जाये।
- यह कि धान खरीदी केन्द्रो पर बारदाना की कमी है एवं बादाना का वजन 450 ग्राम से 600 ग्राम तक वजन है लेकिन किसानो से 700 ग्राम से लेकर 1500 ग्राम तक अतिरिक्त तौल किया जा रहा है।
- यह कि धान की फसल की कटाई 1 से 1 माह पूर्व किसानों द्वारा की जा चुकी है किसानों द्वारा धान खुले में रखकर रात दिन रखवाली की जा रही है एवं सही समय पर टोकन नहीं करने से किसानों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
- यह कि धान खरीदी केन्द्रों में धान का उठायों नहीं होने से धान केन्द्रों में जगह नहीं होने के कारण 70 से 80 तक खरीदी केन्द्रों पर धान की खरीदी बंद कर दी गई है किसान बेहाल है परेशान है वे अपना धान कहा ले पाये कहा बेचे। छत्तीसगढ़ की सरकार धान खरीदी में पुरी तरह से नाकाम साबीत हुई है।
- यह कि मिलरों से भुगतान संबंधित विवाद विगत 3 से 4 माह से चल रहा था छ.ग. की साथ सरकार ने इस मुद्दे पर उलझन पैदा कर जानबूझकर धान की खरीदी न करने का षडयंत्र कर रही है।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष पुकेश चंद्राकर, ब्लॉक अध्यक्ष प्रदीप चंद्राकर, अध्यक्ष साहकारिता प्रकोष्ठ रिवेन्द्र यादव, पूर्व मंडी सदस्य तारकेश्वर चंद्राकर, अनुसूचित पिछड़ा वर्ग उपाध्यक्ष अरबन वर्मा, पूर्व सुसायटी अध्यक्ष प्रवीण चंद्राकर,पूर्व सरपंच रोहित साहू, डॉ पिलेश्वर चंद्राकर, जयराम चंद्राकर, ललित ढीमर, यशवत चंद्राकर, अर्जुन चन्द्रकार,यशवंत चंद्राकर,कन्हैया चौधरी, योगेश भरदीय, पूर्व सरपंच रोहित साहू,ईश्वर साहू,परमेश्वर साहू सहित किसान कांग्रेस के सदस्य शामिल हुये।