पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर श्रद्धांजलि देते हुए भावुक हुए PM मोदी, मोदी कैबिनेट की मीटिंग में योगदान को किया गया याद, सोनिया-राहुल-प्रियंका ने किए अंतिम दर्शन,देखिए पूरा वीडियो

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पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन हो गया. आज (27 दिसंबर) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सहित कई दिग्गजों ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए. सिंह का अंतिम संस्कार कल (28 दिसंबर) किया जाएगा।बउनकी एक बेटी अमेरिका से आ रही हैं, जिनका इंतजार किया जा रहा है।

पूर्व पीएम के निधन पर सरकार ने 7 दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. उनके निधन के बाद कांग्रेस पार्टी ने आज अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. बता दें कि उन्हें बेहोश होने के बाद गुरुवार (26 दिसंबर) शाम दिल्ली AIIMS में भर्ती कराया गया था, जहां रात 9.51 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. निधन के बाद देर रात मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर AIIMS से उनके दिल्ली स्थित आवास पर लाया गया. डॉ. मनमोहन सिंह लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे थे. इससे पहले भी उन्हें कई बार स्वास्थ्य कारणों से अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका था।

केंद्रीय कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है. इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के देश को योगदान को याद किया गया और एक शोक प्रस्ताव भी पारित किया गया।

आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए भारत रत्न की मांग की है. वहीं, देश के पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद उनके साथ यूपीए-1 और यूपीए-2 कैबिनेट में सहयोगी रहे सुबोध कांत सहाय ने उन्हें याद किया है. सहाय ने कहा,’पूर्व पीएम का झारखंड से गहरा लगाव रहा है. मनरेगा की लॉन्चिंग के लिए उन्होंने झारखंड को ही चुना था. यह पहली योजना थी, जो तब कम से कम 100 दिनों के रोजगार की गारंटी मजदूरों को देती है।

कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि राष्ट्र के लिए उनके योगदान को लंबे समय तक याद रखा जाएगा।

क्या बोले पीएम मोदी?
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- “भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर शोक मना रहा है। साधारण परिवार से उठकर वह एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बने। उन्होंने वित्त मंत्री सहित विभिन्न सरकारी पदों पर कार्य किया और वर्षों तक हमारी आर्थिक नीति पर एक मजबूत छाप छोड़ी। संसद में वो काफी व्यावहारिक थे। हमारे प्रधानमंत्री के रूप में, उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए।”

उन्हें हमेशा याद किया जाएगा- राष्ट्रपति मुर्मू
देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा- “पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी उन बहुत कम राजनेताओं में से एक थे, जिन्होंने शिक्षा और प्रशासन की दुनिया में भी समान सहजता से काम किया। सार्वजनिक कार्यालयों में अपनी विभिन्न भूमिकाओं में, उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्हें राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा, उनके बेदाग राजनीतिक जीवन और उनकी अत्यंत विनम्रता के लिए हमेशा याद किया जाएगा। उनका निधन हम सभी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। मैं भारत के सबसे महान सपूतों में से एक को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं और उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं।”

कांग्रेस सूत्रो के अनुसार आज देर रात 1 बजे , मनमोहन सिंह की बेटी अमेरिका से लौटेंगी. कल सुबह 8 से 10 के बीच AICC में मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. AICC मुख्यालय में राहुल गांधी, सोनिया गांधी सहित सभी बड़े नेता पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि देंगे. इसके बाद AICC से ही अंतिम यात्रा शुरू होगी।

राजघाट के पास जहां प्रधानमंत्रियों के अंतिम संस्कार होते हैं वहीं डॉ मनमोहन सिंह का भी अंतिम संस्कार किया जाएगा. चूंकि पीएम के अंतिम संस्कार की पूरी प्रक्रिया में सरकार भी शामिल है इसलिए बहुत बातें मनमोहन सिंह के परिवार और सरकार के ऊपर भी निर्भर करती हैं. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अटल बिहारी वाजपेई की तरह ही मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के लिए जगह की मांग करेगी।

मनमोहन सिंह को 2004 में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था, जब गठबंधन ने भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के खिलाफ जीत हासिल की थी. उन्होंने जुलाई 2005 में संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ ऐतिहासिक असैन्य परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर किए. सिंह दूसरे कार्यकाल के लिए लौटे, जो गठबंधन के बढ़ते दबाव और उनकी सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरा था. मनमोहन सिंह एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री, भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर थे, नरसिम्हा राव सरकार में वित्त मंत्री रहै. और जिसने 1990 के दशक की शुरुआत में भारतीय अर्थव्यवस्था को खोला, और 2004 और 2009 में दो बार प्रधानमंत्री बने।