छत्तीसगढ़ में सियासत: आज ED दफ्तर में पेश नहीं होने पर कवासी लखमा की बढ़ सकती है मुश्किलें,होगी पूछताछ,BJP ने क्यों कहा-पहले चोरी, फिर सीना जोरी

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कथित शराब घोटाले मामले में घिरे पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा आज अपने करीबियों के साथ ईडी दफ्तर जा सकते हैं। दरअसल, बीतें दिनों इस घोटाले को लेकर ईडी ने उनके और उनके करीबियों के दबिश देकर कई अहम दस्तावेज जब्त किया था। इसके साथ ही सभी को ED ने कार्यालय आने के कहा था। इसी सिलसिले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश कवासी, करीबी सुशील ओझा, OSD जयंत यादव ईडी दफ्तर जा सकते हैं।

पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया था कि उन्हें और पुत्र सहित अन्य को ईडी कार्यालय तलब किया गया है। साथ ही कहा कि वह अनपढ़ आदमी हैं, आबकारी अधिकारी ए.पी. त्रिपाठी और उनके ओएसडी ने जिस कागज पर हस्ताक्षर करने के लिए बोलते थे वह उसमें हस्ताक्षर कर देते थे। लखमा के अनुसार घोटाले का मास्टरमाइंड एपी त्रिपाठी है। इसमें कितने करोड़ रुपए का शराब घोटाला हुआ है, उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है।

छत्तीसगढ़ में तत्कालीन कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री रहे कांग्रेस विधायक कवासी लखमा के घर पर ईडी की रेड के बाद प्रदेश की सियासत गर्मा गई है. ईडी की रेड के बाद पूर्व मंत्री कवासी लखमा उनके बेटे हरीश और दो अन्य लोगों से पूछताछ होनी थी, लेकिन कोई भी ऑफिस नहीं पहुंचा. वहीं कवासी लखमा को लेकर प्रदेश में सियासत भी शुरू हो गई है. कवासी लखमा ने आरोप लगाया था कि उनके पढ़े-लिखे न होने का फायदा उठाया गया है, जिस पर बीजेपी ने सोशल मीडिया के जरिए कवासी लखमा और कांग्रेस पर निशाना साधा है।

बीजेपी ने जारी किया पोस्टर

दरअसल, कवासी लखमा के अनपढ़ वाले बयान को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर छत्तीसगढ़ भाजपा के ऑफिशियल हेंडल से एक पोस्टर जारी किया गया है, जिसमें लिखा ‘कांग्रेस के कुशासन में 2000 करोड़ के शराब घोटाला को अंजाम देकर कवासी लखमा अब खुद को अनपढ़ बता रहे, इसे कहते हैं ‘पहले चोरी, फिर सीनाजोरी’ बीजेपी ने इस पोस्टर में कवासी लखमा के साथ पूर्व सीएम भूपेश बघेल की फोटो भी लगाई है. वहीं इस मामले में दोनों पार्टियां आमने-सामने भी नजर आ रही हैं. कांग्रेस ने सरकार पर ईडी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है तो बीजेपी ने इसे रेड बताया है।