नागरिकता संशोधन अधिनियम के तहत दुर्ग ज़िले में तीन पाकिस्तानी लोगों को भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र मिल गया है।

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नागरिकता संशोधन अधिनियम के तहत दुर्ग ज़िले में तीन पाकिस्तानी लोगों को भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र मिल गया है।

दुर्ग कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने तीन पाकिस्तानी को नागरिकता प्रमाण पत्र दिया. पाकिस्तानी नागरिकों के नाम रामी बाई,बेबी हर्षिता और मयंक कुमार हैं। नागरिकता का प्रमाण पत्र मिलने के बाद तीनों के चेहरों पर खुशी थी. तीनों ने देश और प्रदेश की सरकार को धन्यवाद दिया दुर्ग कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने वर्ष 2007 में भारत आए रामी बाई पति स्वर्गीय मुकेश कुमार, बेबी हर्षिता और मयंक कुमार पिता स्वर्गीय मुकेश कुमार को नागरिकता प्रमाण पत्र देकर भारत की नागरिकता प्रदान की। नागरिकता प्रमाण पत्र को पाते हुए उक्त नागरिकों ने कलेक्टर सहित राज्य सरकार और भारत सरकार का आभार व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व यह परिवार पाकिस्तान के नागरिक थे।

लेकिन वर्ष 2007 से भारत में आए थे और वर्तमान में वार्ड 26 सिंधी कॉलोनी दुर्ग में रहते है।नागरिकता प्रमाण पत्र मिलनेे के उपरांत से यह भारत के नागरिक के रूप मे जाने जाएंगे। आपको बता दे की दुर्ग जिले में सैकड़ो की संख्या में पाक विस्थापित हिंदू रह रहे हैं, जिनको नागरिकता की जरूरत है. सीएए लागू होने के बाद इनके लिए यह प्रक्रिया काफी सरल हो रही है. सीएए के तहत 2014 से या इससे पहले से भारत में रह रहे पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों को ना​गरिकता का प्रावधान है. जिसमें कई औपचारिकताएं कम की गई है. जबकि पूर्व में 12 साल का प्रावधान था, जिसमें बहुत सारी औपचारिकताएं करनी पड़ती थी, लेकिन अब ऑनलाइन प्रक्रिया से आसान हुई हैं.वहीं भारत की नागरिकता प्राप्त करने वाले लोगों का कहना है कि भारत की नागरिकता मिलते ही हम काफी खुश हैं, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद देते हैं।