धमतरी में पुलिस आरक्षक ने गोली मारकर की आत्महत्या, निर्वाचन शाखा में तैनात थे सालिक राम पात्रे

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धमतरी जिला मुख्यालय स्थित कंपोजिट बिल्डिंग के पास पुलिस आरक्षक ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। स्ट्रांग रूम में पुलिस आरक्षक की ड्यूटी लगी थी। निर्वाचन शाखा में तैनात था।

धमतरी जिला मुख्यालय स्थित कंपोजिट बिल्डिंग के पास पुलिस आरक्षक ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। स्ट्रांग रूम में पुलिस आरक्षक की ड्यूटी लगी थी। निर्वाचन शाखा में तैनात था। मृत आरक्षक का नाम सालिक राम पात्रे है। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है।

धमतरी में एक सनसनी फैला देने वाली खबर सामने आई है, जहां एक पुलिस आरक्षक ने अपने आप को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। वहीं सूचना मिलते ही रुद्री पुलिस और जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई और आगे की कार्रवाई में जुट गई है। मिली जानकारी अनुसार जिला मुख्यालय के पास पास कंपोजिट भवन के बगल में बने ईवीएम स्ट्रांग रूम में सालिक राम पात्रे 40 वर्ष है, दोपहर करीब 3:00 बजे ड्यूटी में आया था। जिसके कुछ देर बाद स्ट्रांग रूम के एक कमरे उसने एसएलआर राइफल से अपने आप को सर में गोली मार ली जिसके चलते उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

वहीं आसपास मौजूद लोगों ने गोली की आवाज सुनी और मौके पर पहुंचे। जिसके बाद जिला प्रशासन और रुद्री पुलिस को सूचना दी गई। जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची और आगे की कार्रवाई में जुट गई। वहीं कलेक्टर नम्रता गांधी को सूचना मिलते ही वह भी मौके पर पहुंची थी। डीएसपी मीना साहू ने बताया कि नगरीय निकाय चुनाव को लेकर धमतरी पुलिस विभाग पदस्थ आरक्षक सालिक राम पात्रे की ड्यूटी 19 जनवरी से स्ट्रांग रूम में लगाई गई थी जो आज ड्यूटी पर आने के कुछ देर बाद अपने सर्विस राइफल से खुद को गोली मार लिया। सूचना पर तत्काल पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि आरक्षक ने अपने आप को गोली क्यों मारी है, अभी तक इसका पता नहीं चल पाया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

पहले रुद्री लाइन में पदस्थ था आरक्षक
यह घटना धमतरी के निर्वाचन शाखा में हुई, जहां आरक्षक तैनात था। आरक्षक पहले रुद्री लाइन में पदस्थ था, लेकिन हाल ही में उसे निर्वाचन शाखा में तैनात किया गया था। अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि उसने यह कदम क्यों उठाया।

परिजनों को दी गई घटना की सूचना
परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है और उनके आने के बाद ही स्थिति की जानकारी हो पाएगी। पुलिस परिजनों से पूछताछ करेगी और यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि क्या यह आत्महत्या मानसिक वजहों, पारिवारिक कारणों या विभागीय कारणों से जुड़ी हुई है।