

भिलाई स्टील प्लांट के बीआरएम के पास शिपिंग साइड में पटरी के पास से गुजरते हुए तेंदुए का वीडियो सामने आया है। जिसे देखकर कर्मचारियों में दहशत में हैं। यह वीडियो कल रात 1 बजे का बताया जा रहा है जब नाइट शिफ्ट में बीएसपी कर्मी और ठेका श्रमिक काम कर रहे थे। इसी बीच किसी ने इसका वीडियो बनाया और प्रबंधक तक पहुंचा।
हालांकि अब तक बीएसपी प्रबंधन ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है कि यह वीडियो प्लांट के अंदर का ही है। लेकिन आज मैत्री बाग प्रबंधन की टीम सुबह बीआरएम पहुंचेगी और वहां तेंदुए की तलाश करेगी। यहां तेदुंआ के निशान मिलते हैं, तब लेपर्ड को पकडऩे के लिए जाल बिछाया जाएगा।

650 सीसीटीवी कैमरे से कैसे बच गया लेपर्ड
भिलाई इस्पात संयंत्र में 130 सीसीटीवी कैमरे प्रमुख गेट के साथ-साथ संयंत्र के भीतर में लगाए गए है। 520 नए कैमरे लगाए जा चुके हैं। इस तरह से कुल 650 से अधिक सीसीटीवी कैमरे संयंत्र की निगरानी के लिए लगाए गए हैं। इन कैमरों पर सीआईएसएफ की नजर 24 घंटे रहती है। आखिर लेपर्ड इन कैमरों से कैसे बचकर प्लांट के भीतर तक पहुंच गया है। प्लांट के बाऊंड्रीवाल में भी कैमरे लगाए गए हैं। बीएसपी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पहले ही सीआईएसएफ के 700 जवानों की तैनाती अलग-अलग पाली में रहती है। तब जवानों के नजर से कैसे बचकर प्लांट के भीतर तक लेपर्ड पहुंच सकता है।

8,993 एकड़ क्षेत्र में फैला है बीएसपी
भिलाई स्टील प्लांट Bhilai Steel Plant करीब 8,993 एकड़ क्षेत्र में फैला है। इसमें बड़े क्षेत्र में झाडिय़ां हैं। लेपर्ड इन झाडिय़ों में कहां है, यह तलाश पाना आसान नहीं है। यही वजह है कि प्लांट में चोर आसानी से आते हैं और कॉपर पार कर ले जाते हैं।