कुंभ में नहीं, दिल्ली में बिछड़ गए यूपी के दो लड़के, एक दूसरे के खिलाफ प्रचार कर रहे राहुल गांधी और अखिलेश यादव,सियासी गलियारों में मचा हड़कंप …

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दिल्ली के चुनावी रण में यूपी के लड़के बिछड़ गए। बृहस्पतिवार को यूपी के दोनों लड़के दिल्ली में ही थे। दोनों एक ही संसदीय क्षेत्र में थे। दूरी मात्र 15 किलोमीटर की थी। अखिलेश राहुल के प्रतिद्वंद्वी यानीअरविंद केजरीवाल के साथ किराड़ी में रोड शो कर रहे थे वहीं राहुल गांधी बादली विधानसभा क्षेत्र में जनसभा में थे और अरविंद केजरीवाल पर तीखे हमले बोल रहे थे।

साल 2017 में उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने साथ मिलकर लड़ा था। इसमें गठबंधन का नारा था यूपी के दो लड़के। यानी कांग्रेस के राहुल गांधी और सपा के अखिलेश यादव। उस चुनाव में तो यह नारा काम नहीं कर पाया था और उत्तर प्रदेश में भाजपा की प्रचंड बहुमत से सरकार बन गई थी। बीच में दोनों में रस्साकसी चलती रही।

वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रमानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों ने आइएनडीआइए के रूप में गठबंधन को पेश किया। इसमें यूपी के दो लड़के फिर से एक साथ हो गए। धमाल भी मचाया। 80 में से 37 सीटें सपा और छह सीटें कांग्रेस को मिलीं। माना जा रहा था कि अब यूपी के लड़के एक साथ रहेंगे, लेकिन ऐसा हो न सका।

दिल्ली के चुनावी रण में बिछड़ गए यूपी के लड़के
दिल्ली के चुनावी रण में पहुंचते-पहुंचते दोनों बिछड़ गए। बृहस्पतिवार को यूपी के दोनों लड़के दिल्ली में ही थे। दोनों एक ही संसदीय क्षेत्र में थे। दूरी मात्र 15 किलोमीटर की थी। अखिलेश राहुल के प्रतिद्वंद्वी यानी आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ किराड़ी में रोड शो कर रहे थे वहीं राहुल गांधी बादली विधानसभा क्षेत्र में जनसभा में थे और अरविंद केजरीवाल पर तीखे हमले बोल रहे थे।

कहावत कुंभ के मेले में बिछड़ने की चलती है। संयोग यह है कि उत्तर प्रदेश में महाकुंभ है और बिछड़ने की कहानी दिल्ली में देखने को मिली। वैसे बिछड़ने की पटकथा लोकसभा चुनाव के चंद महीनों बाद ही शुरू हो गई थी। आइएनडीआइए के घटक दलों ने कांग्रेस और उसके नेतृत्व पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए थे। इसमें बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी प्रमुख थीं। उनका साथ देने वालों अखिलेश यादव भी थे।
अखिलेश यादव ने अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर प्रचार किया
दिल्ली विधानसभा चुनाव आते-आते कांग्रेस ने आप से दूरी बना ली और अकेले ही मैदान में उतरने का एलान कर दिया। ऐसे में अखिलेश यादव खुलकर आप और अरविंद केजरीवाल के समर्थन में उतर आए। सपा हर बार विधानसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी उतारती थी, लेकिन इस चुनाव में उसने आप को समर्थन का एलान कर दिया। इसके बाद भी माना जा रहा था कि अखिलेश यादव अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर प्रचार नहीं करेंगे।

राहुल गांधी आप को पानी पी-पीकर कोस रहे

इन कयासों को खारिज करते हुए अखिलेश यादव बृहस्पतिवार को अरविंद केजरीवाल के साथ चुनावी मैदान में सामने आ गए। जिस आम आदमी पार्टी और उसके मुखिया अरविंद केजरीवाल को राहुल गांधी पानी पी-पीकर कोस रहे हैं, दावा किया जा रहा है कि आठ माह पहले उसी पार्टी के उम्मीदवार को लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने वोट दिया था।
मई 2024 में लोस चुनाव में नई दिल्ली सीट से आप और कांग्रेस के गठबंधन के प्रत्याशी सोमनाथ भारती थे। वह आम आदमी पार्टी से हैं। राहुल ने अपनी मां सोनिया गांधी के साथ इसी संसदीय क्षेत्र में मतदान किया था।