महादेव ऐप के एजेंटों ने पुलिस से बचने का भी ढूंढ निकाला तरीका,ऐसे चल रहा ऑनलाइन सट्टेबाजी का शातिर खेल

0:00

ऑनलाइन सट्टेबाजी का गोरखधंधा अभी भी धड़ल्ले से चल रहा है और इस पर लगाम लगाने में पुलिस भी फेल साबित हो रही है। उसके चंगुल से बच निकलने को लिए अपराधियों ने और भी शातिर तरीके ढूंढ लिए हैं जिन्हें ट्रेस करना बेहद मुश्किल काम है।

दुबई में महादेव बुक सट्टा एप का काला कारोबार अब भी बेधड़क देश-विदेश में चल रहा है। शातिर सट्टेबाजों ने पुलिस व जांच एजेंसी की नजरों से बचने अब विदेशी नंबरों से सट्टेबाजी का खेल संचालित करना शुरू किया है, ताकि आसानी से उनकी पहचान न हो पाए। महादेव बुक का हेल्पलाइन नंबर भी अब विदेशी हो गया है।

सूत्र का दावा है कि एप की ऑनलाइन आईडी अब पैनल ऑपरेटरों को लोटस 365 से दी जा रही है। इसमें विदेशी नंबरों का इस्तेमाल किया जा रहा है, हालांकि लोटस 365 महादेव बुक से जुड़ा हुआ है, लेकिन दिखावे के तौर पर इसके प्रमोटर जरूर अलग है। महादेव बुक के एजेंट रायपुर, दुर्ग-भिलाई के अलावा बिलासपुर, रायगढ़, अंबिकापुर, राजनांदगांव, कवर्धा समेत अन्य जिलों में अभी भी काम कर रहे। महाराष्ट्र,दिल्ली में बैठे पैनल ऑपरेटर ही इन एजेंटों को दो से पांच लाख रुपये में विदेशी नंबरों से ऑनलाइन आईडी देने का काम कर रहे है।

वाट्सएप पर दी जा रही आईडी
जानकार सूत्रों ने बताया कि बेटिंग एप से जुड़े शातिर सट्टेबाज वाट्सएप के लिए अब विदेशी नंबर से एजेंटों से संपर्क कर इसी से लोटस 365 की आईडी बांटने का काम कर रहे है। ईडी की जांच में भी इसका राजफास हो चुका है। महादेव बुक से जुड़े एजेंट रायपुर ही नहीं प्रदेशभर में सक्रिय है। गौरतलब है कि महादेवबुक के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और पार्टनर रवि उप्पल के खिलाफ ईडी और ईओडब्ल्यू में अपराध दर्ज है, जबकि दर्जनभर से अधिक आरोपित रायपुर जेल में बंद है।

सूत्रों से पुख्ता जानकारी मिली है कि लोटस 365 से जुड़े सटोरिए महादेव सट़्टा एप के पुराने एजेंटों के जरिए आईडी बांट रहे हैं। हालांकि, रायपुर, दुर्ग के रहने वाले ज्यादातर बड़े पैनल ऑपरेटर पुलिस की गिरफ्त से बचने आसपास के राज्यों में बैठकर यह काम कर रहे है,क्योंकि पहले ये पकड़े जा चुके हैं।

संयुक्त अरब अमीरात में मेन सेंटर

महादेव ऐप के प्रमोटर सारा काम विदेश में बैठकर संभालते हैं. महादेव ऐप के प्रमोटर यानी चंद्राकर और उप्पल पहले संयुक्त अरब अमीरात में थे. अब ईडी को शक है कि दोनों प्रमोटर श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया, लंदन और अन्य कैरेबियाई देशों का चक्कर काटते रहते हैं. महादेव ऐप का मेन कॉल सेंटर यूएई से चल रहा था, जिसमें करीब 1000 व्हाट्सऐप यूजर काम कर रहे थे. कॉल सेंटर में काम करने वाले ज्यादातर यूजर छत्तीसगढ़ से हैं।