तेलंगाना सुरंग हादसा: जहां धंसी टनल, वहां पहुंच गई NDRF की टीम, राहुल गांधी ने भी CM रेड्डी से की बात… ,देखें रेस्क्यू ऑपरेशन का वीडियो

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श्रीशैलम लेफ्ट बैंक सुरंग परियोजना के दौरान हुए हादसे के बाद जारी रेस्क्यू ऑपरेशन पर बड़ा अपडेट सामने आया है। रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि बचाव दल ने सुरंग के अंदर फंसे लोगों के नाम लेकर आवाज लगाई है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है।

तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल प्रोजेक्ट की सुरंग का एक हिस्सा ढहने के कारण अंदर फंसे आठ लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। वहीं रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि बचाव दल ने सुरंग के अंदर फंसे लोगों के नाम लेकर आवाज लगाई है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है। बता दें कि, हादसा शनिवार सुबह 8:30 बजे हुआ था और अब तक बचावकर्मी 13 किलोमीटर अंदर तक पहुंच चुके हैं, जहां दुर्घटना हुई थी।

कैसे हो रहा है रेस्क्यू ऑपरेशन?
सुरंग के अंदर लोहे, मलबे और सीमेंट के टुकड़े हटाने का काम चल रहा है।
बचाव अभियान में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और कंपनी के कर्मचारी शामिल हैं।
बचाव दल उस जगह तक पहुंच चुके हैं, जहां शनिवार को सुरंग बोरिंग मशीन थी।
बचाव दल तेजी से काम कर रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही फंसे हुए मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा।

हादसे के वक्त क्या हुआ था?
शनिवार सुबह टनल में 50 लोग काम कर रहे थे। जब वे 13.5 किमी अंदर पहुंचे, तो अचानक छत गिर गई।
42 मजदूर किसी तरह बाहर निकलने में सफल रहे
8 लोग (2 इंजीनियर और 6 मजदूर) अंदर फंस गए।
6 लोग जयप्रकाश एसोसिएट्स कंपनी के कर्मचारी हैं और 2 अमेरिका की एक कंपनी के कर्मचारी हैं।
SLBC प्रोजेक्ट के बारे में जानिए
यह सुरंग 44 किमी लंबी बनाई जा रही है, जो श्रीशैलम प्रोजेक्ट से नलगोंडा जिले में 4 लाख एकड़ जमीन की सिंचाई के लिए पानी ले जाएगी।
अब तक 34.5 किमी सुरंग पूरी हो चुकी है, जबकि 9.5 किमी का काम बाकी है।

केंद्र और राज्य की लगातार नजर
बता दें कि, इस हादसे को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से बात कर केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। वहीं राज्य के मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी और जे. कृष्णा राव मौके पर पहुंचे हुए हैं। जबकि मुख्यमंत्री लगातार हालात की निगरानी कर रहे हैं और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। मामले में राहुल गांधी ने राज्य सरकार से फंसे हुए श्रमिकों को बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ने का आग्रह किया है।

टनल में हादसे वाली जगह के बारे में बताते हुए कमांडर सुखेंदु ने कहा,’जहां टनल धंसी है, वहां 200 मीटर का पैच मलबे से भरा हुआ है. जब तक यह मलबा साफ नहीं हो जाता, हम फंसे हुए श्रमिकों के सही स्थान का पता नहीं लगा पाएंगे और उन्हें बचा नहीं पाएंगे. सुरंग के 11 से 13 किलोमीटर के बीच के पैच में पानी भरा हुआ है और जब तक पानी नहीं निकल जाता, तब तक मलबा सफाई का काम शुरू नहीं हो पाएगा. फंसे हुए श्रमिकों को बचाने के लिए पहले हमें पानी निकालने की प्रक्रिया पूरी करनी होगी और फिर मलबा हटाना होगा।

कौन-कौन फंसा है टनल में?

दो इंजीनियर (एक इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी से)
दो ऑपरेटर (अमेरिकी कंपनी से)
चार मजदूर (उत्तर प्रदेश, झारखंड, पंजाब और जम्मू-कश्मीर से)

44 किमी लंबी सुरंग पर जारी था काम

मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी के मुताबिक यह दुनिया की सबसे लंबी सुरंग (44 किमी) होने वाली है, जिससे श्रीशैलम प्रोजेक्ट का पानी नलगोंडा जिले की 4 लाख एकड़ कृषि भूमि तक पहुंचाया जाएगा. अभी 9.5 किमी सुरंग का काम बाकी है. बता दें कि टनल हादसे में फंसे मजदूर इस प्रोजेक्टर पर ही कम कर रहे थे।

राहुल गांधी ने CM रेवंत रेड्डी से की बात

इस हादसे को लेकर लोकसभा में विपक्ष के नेता और सीनियर कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने आज तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से फोन पर बात की. करीब 20 मिनट तक दोनों की बीच हुई बातचीत में सीएम रेड्डी ने राहुल गांधी को रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में विस्तार से बताया. इस दौरान राहुल गांधी ने फंसे हुए श्रमिकों को बचाने के लिए सभी जरूरी प्रयास करने के लिए कहा।