छत्तीसगढ़: हिम्मत और हौसले की मिसाल कृष…,5-6 दिन पहले हुआ था हादसा,जांघ फ्रैक्चर के बावजूद देने पहुंचा 10 वीं की परीक्षा

0:00

डॉक्टर के अनुसार, कृष को सामान्य रूप से चलने में अभी कम से कम छह महीने का समय लगेगा। कृष को मालूम है कि वह अभी नहीं चल पाएगा। परंतु उसके बाद भी उसके मनोबल में कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।

बलरामपुर-रामानुजगंज नगर के वार्ड क्रमांक 12 निवासी नगर के प्रतिष्ठित व्यवसायी प्रमोद गुप्ता के कक्षा दसवीं में पढ़ने वाले पुत्र कृष गुप्ता हिम्मत और हौसला के मिसाल है। कक्षा दसवीं की परीक्षा को महत्व देते हुए 5-6 दिन पहले सड़क दुर्घटना में कृष की जांघ टूट गई थी। जिसके बाद स्वजन ने इलाज के लिए रांची ले गए थे। जहां से दो मार्च को डॉक्टर के द्वारा छुट्टी दे दी गई।

फिर 3 मार्च को वह रामानुजगंज पहुंचा। तीन मार्च को हिंदी की परीक्षा नहीं दे पाया। परंतु उसके बाद जितने भी परीक्षाएं आयोजित हो रही हैं। पूरे हौसला और हिम्मत के साथ कृष परीक्षा दे रहा है, जो अन्य छात्रों के लिए मिसाल है। शुरू से मेधावी रहे स्वामी आत्मानंद में पढ़ने वाले कृष ने कक्षा दसवीं की परीक्षा की तैयारी की थी।

परंतु परीक्षा शुरू होने के महज कुछ दिन पहले ही सड़क दुर्घटना में जांघ टूटने के बाद ऐसी स्थिति निर्मित हो गई थी कि लग रहा था कि अब कृष परीक्षा नहीं दे पाएगा। इस बीच रांची के जगन्नाथ हॉस्पिटल में डॉक्टर सुधीर कुमार के द्वारा कृष का ऑपरेशन किया। जांघ में रॉड लगाई गई। 2 मार्च को छुट्टी कर दी गई।

परीक्षा देने की जल्दी-जल्दी में कृष रामानुजगंज अपने स्वजनों के साथ पहुंचा। परंतु 3 तारीख को हिंदी की परीक्षा नहीं दे पाया। परंतु उसके बाद उसने अपनी पसंदीदा गणित की परीक्षा दी जो बहुत अच्छी हुई। कृष ने कहा कि जांघ टूटी है। हौसला हिम्मत नहीं टूटी है। सभी परीक्षा दूंगा एवं अच्छे नंबर लाऊंगा। कृष के हौसले और हिम्मत को देखकर उसके माता-पिता भी उसे प्रोत्साहित कर रहे हैं। तमाम प्रकार की परेशानी के बीच भी कृष प्रतिदिन पढ़ाई करके अच्छे नंबर लाने का दावा कर रहा है।

दर्द के आगे हौसला जीता
कृष के जांघ में रॉड लगने के बाद भी बहुत असहनीय दर्द था। परंतु परीक्षा देने की कृष को ऐसी ललक थी कि हौसला के आगे दर्द की हार हुई। वह अपने स्वजनों के मदद से अपने पसंदीदा गणित विषय का परीक्षा देने गया। तीन घंटे बैठकर उसने परीक्षा दी। अन्य परीक्षार्थियों और शिक्षक भी कृष के हौसला और हिम्मत को देखकर दंग हैं।

सामान्य रूप से चलने में लगेंगे 6 माह
डॉक्टर के अनुसार, कृष को सामान्य रूप से चलने में अभी कम से कम 6 महीने लगेंगे। कृष को मालूम है कि वह अभी नहीं चल पाएगा। परंतु उसके बाद भी उसके मनोबल में कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। वह पूरी शिद्दत के साथ परीक्षा देने के लिए प्रतिदिन तैयारी कर रहा है। उसे पूरी उम्मीद है कि आगामी जितनी भी परीक्षाएं होंगी। सभी अच्छी जाएगी।