छत्तीसगढ़ के 11 जिलों में कांग्रेस ने की नए अध्यक्षों की नियुक्ति, जानें किसे कहां मिली जिम्मेदारी

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छत्तीसगढ़ के 11 जिलों में कांग्रेस ने नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने 11 जिलों के शहर और ग्रामीण जिला अध्यक्षों की सूची जारी की है।

छत्तीसगढ़ के 11 जिलों में कांग्रेस ने नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने 11 जिलों के शहर और ग्रामीण जिला अध्यक्षों की सूची जारी की है। जारी आदेश के मुताबिक, बालोद में चंद्रेश हिरवानी, दुर्ग (ग्रामीण) राकेश ठाकुर, नारायणपुर में बिसेल नाग, कोंडागांव में बुधराम नेताम, कोरबा (शहर) नाथूलाल यादव, कोरबा (ग्रामीण) मनोज चौहान, बलौदाबाजार में सुमित्रा घृतलहरे, सारंगढ़-बिलागढ़ में ताराचंद देवांगन, सरगुजा में बालकृष्ण पाठक, बलरामपुर में कृष्ण प्रताप सिंह और बेमेतरा में आशीष छाबड़ा अध्यक्ष बनाए गए हैं।

कांग्रेस को चुनाव में मिली बड़ी हार
प्रदेश में हुए नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में कांग्रेस को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। चुनाव में गुटबाजी समेत कई मामले सामने आए। वहीं लंबे विवाद के बाद अब जिला अध्यक्ष बदले गए। बता दें कि कुछ नेता ऐसे भी थे जो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को ही बदलने की मांग कर रहे थे। ज्यादातर जिला स्तर के नेता थे।

11 जिले के नए अध्यक्षों के नाम
बालोद – चंद्रेश हिरानी
दुर्ग ग्रामीण – राकेश ठाकुर
नारायणपुर – बिसेल नाग
कोंडागांव – बुधराम नेताम
कोरबा शहर – नाथूराम यादव
कोरबा ग्रामीण – मनोज चौहान
बलौदाबाजार – सुमित्रा घृतलहरे
सारंगढ़ – बिलाईगढ़ – ताराचंद देवांगन
सरगुजा – बालकृष्ण पाठक
बलरामपुर – कृष्णा प्रताप सिंह
बेमेतरा – आशीष छाबड़ा

लगातार हार और अपने नेताओं के जेल जाने से निराश कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जान फूंकने के लिए प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट बुधवार 19 मार्च को रायपुर पहुंचे। यहां पहुंचते ही वे सीधे रायपुर सेंट्रल जेल पहुंचे, जहां पूर्व मंत्री कवासी लखमा शराब घोटाले में बंद हैं।

श्री लखमा से मिलकर निकलते ही श्री पायलबट ने कहा कि, कवासी लखमा मजबूती से अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं। कांग्रेस के नेता कोर्ट में तो लड़ाई लड़ ही रहे हैं, राजनीतिक रूप से भी मजबूती से संघर्ष कर रहे हैं। श्री पायलट ने कहा कि, कवासी लखमा ने मुलाकात के दौरान उनसे कहा है कि, उन्हें न्यायालय पर पूरा भरोसा है। केंद्रीय एजेंसियां कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं लेकिन कांग्रेस के नेता मजबूती से इसके खिलाफ लड़ रहे हैं।

केवल 6 लोगों को मिली थी मिलने की अनुमति
उल्लेखनीय है कि, पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा से जेल में मिलने के लिए केवल 6 लोगों को अनुमति मिली थी। इसलिए प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के साथ नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत सहित 6 नेता कवासी लखमा से मिलने जेल के भीतर पहुंचे। महज चंद मिनट की मुलाकात के बाद जेल से निकलकर सचिन पायलट ने बताया कि, लखमा पूरी दृढ़ता के साथ कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं।

संगठन को मजबूत बनाने पर होगी चर्चा, नियुक्तियां होंगी
चुनावों में लगातार हार को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि, हार- जीत राजनीति में चलता रहता है। हमने भी 10 नगर निगमों में चुनाव जीते थे, किसी को भी यह नहीं मानना चाहिए कि बदलाव नहीं होगा। वहीं पॉलीटिकल अफेयर्स कमेटी की मीटिंग को लेकर बोले कि, दिल्ली में भी वरिष्ठ नेताओं की कांग्रेस अध्यक्ष ने बैठक ली है। कांग्रेस ने इस वर्ष को संगठन वर्ष घोषित किया है। आज छत्तीसगढ़ में भी वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा होगी। नए चेहरों को अवसर मिलेगा, संगठन में रुकी हुई नियुक्तियां होंगी। हमारा संगठन कैसे मजबूत हो इस विषय पर चर्चा करेंगे।