

शपथ के थेँक्यु भिलाई के आयोजन में 9 रत्नों में 3 ऐसे रत्न जो प्रशासनिक कार्य,समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी व अन्य कारणों से सम्मान लेने उपस्तिथ नही हो पाए थे ,उन्हें आज ससम्मान उनके निवास पहुच कर शपथ फाउंडेशन की टीम ने किया सम्मान –
सर्वप्रथम शपथ की टीम ,डाँ रिजवी के निवास पहुच कर ,उन्हें मोमेंटो ,प्रशस्ति पत्र व साल पहनाकर सम्मानित किया ,इस दौरान उन्होंने शपथ की पूरी टीम का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया ! तद्पश्चात
भिलाई के गौरव – आई पी एस अधिकारी आदरणीय शशि मोहन सिंह को सम्मान देने पहुची शपथ फाउंडेशन की टीम-
भिलाई शहर के पले बढ़े आई पी एस पुलिस अधिकारी आदरणीय श्री शशि मोहन सिंह अपने प्रशासन के कार्यो को भलीभांति निभाते हुये ,समाज में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से विभिन्न क्षेत्रों में कई प्रकार जागरूकता लिये शॉर्ट फिल्मों का निर्माण ,निर्देशन व अभिनय कर चुके है व यह क्रम लगातार जारी है वे एक बहुत ही अच्छे वक्ता के साथ साथ एक अच्छे कवि भी है उनकी कविता प्रेरणादायक व रोम रोम को हर्षित कर देती है ऐसे आई पी एस अधिकारी के लगातार प्रशासनिक व्यस्तता के कारण ,उन्हें उनके भिलाई के निवास जाकर उनके पिता श्री कृष्ण देव सिंह
के हाथों नवरत्न सम्मान, प्रशस्ति पत्र व साल पहनाकर अलंकृत किया गया ,इस दौरान उनके पिता ने कहा कि यह मेरे व मेरे पूरे परिवार के लिये गौरव का क्षण है कभी कभी तो मुझे यह सब सपना सा प्रतीत होता है वे सम्मान ग्रहण करते वक्त बहुत ही भावुक एवं गर्व महसूस कर रहे थे, इस दौरान शशी मोहन जी के छोटे भाई शशिकांत सिंह जी हमारे बीच उपस्तिथ थे !
इसके ठीक बाद शपथ की टीम पहुची श्री बालूराम वर्मा जी के आवास ,जिन्हें लगातार पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय व अनुकरणीय कार्यो के लिये उन्हें नवरत्न सम्मान से नवाजा गया है उन्हें टीम ने मोमेंटो ,प्रशस्ति पत्र एवं साल पहनाकर सम्मानित किया !

शपथ फाउंडेशन के संरक्षक श्री वीरेंद्र सतपथी जी ने कहा कि हम सबको आज भिलाई के चुनिंदा व अपने अपने क्षेत्रों में विशेष स्थान बनाने वालों को सम्मान देकर बहुत ही गौरान्वित महसूस हो रहा है एवं यह थेँक्यु भिलाई का आयोजन हर वर्ष जारी रहेगा !


इस दौरान शपथ फाउंडेशन के संरक्षक श्री वीरेंद्र सतपथी, अमिताभ भट्टाचार्य, कल्पना स्वामी ,रश्मि सागर ,विकास जायसवाल , जितेंद्र हसवानी ,व मनोज राय उपस्तिथ थे !
अमिताभ भट्टाचार्य
उपाध्यक्ष
शपथ फाउंडेशन ,भिलाई
