सीबीआई ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष तमन सिंह सोनवानी को गिरफ्तार कर लिया है। सोनवानी पर कथित तौर पर 45 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। सीबीआई के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है।
सीबीआई ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष तमन सिंह सोनवानी को गिरफ्तार कर लिया है। सोनवानी पर कथित तौर पर 45 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। सीबीआई के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है।
ज्ञात हो कि यह घोटाला 11 मई 2021 को पीएससी का रिजल्ट जारी होने के बाद सामने आया था। इस दौरान पता चला कि पीएससी अध्यक्ष, सचिव और अधिकारियों ने रसूखदार जनप्रतिनिधियों के बच्चों को उपकृत करने के लिए उन्हें पीएससी में सलेक्ट किया है। जारी किए गए रिजल्ट में फर्जीवाड़ा किया गया है।
यह परीक्षा प्रतियोगी परीक्षा वर्ष 2020-21 में ,जो 171 पदों के लिए ली गई थी। जिसके परिणाम 11 मई 2023 को जारी किए जाने के बाद पीएससी परीक्षा में अनियमितता एवं भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए ननकीराम कंवर व अन्य ने आरोप लगाया था। भाजपा ने विधानसभा चुनाव के दौरान बड़ा मुद्दा बनाया था। साथ ही राज्य में सरकार का गठन होने पर इस घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की घोषणा की थी। प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद इसकी जांच सीबीआई से जांच कराए जाने का निर्णय लिया गया था।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई : सीजीपीएससी भर्ती प्रकरण की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में 27 सितंबर को होनी थी। लेकिन, अब यह 6 अक्टूबर को 2024 को होगी। सुप्रीम कोर्ट में लगाए गए आवेदन में बताया गया है कि किस तरह से कम नंबर वालों का सलेक्शन किया गया है। हालांकि इस प्रकरण की सुनवाई के दौरान बिलासपुर हाईकोर्ट ने सवाल उठाया था कि ऐसा क्या संयोग है कि अध्यक्ष और नेताओं के रिश्तेदारों का चयन हो गया।
इस खबर पर लगातार अपडेट जारी है।सही और सटीक खबरों के लिए बने रहिए chhattisgarhkiawaaz.comपर