पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर ED के बाद अब CBI की रेड पड़ी है। रायपुर स्थित सरकारी आवास और उनके भिलाई स्थित निजी आवास में सुबह अधिकारियों ने दबिश दी है। सूत्रों की मानें तो महादेव सट्टेबाजी की जांच CBI ने शुरू की।
रायपुर और भिलाई में सीबीआई की टीम ने छापेमारी शुरू की है. एजेंसी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आवास और आईपीएस अधिकारी आरिफ शेख के घर पर छापेमारी शुरू की है. रिपोर्ट्स के मुताबिक सीबीआई विनोद वर्मा के घर पर भी छापा मार सकती है. सीबीआई के अधिकारी सुबह-सुबह भिलाई और रायपुर स्थित आवास पर पहुंच गए. जानकारी के मुताबिक, सीबीआई की टीम महादेव बेटिंग ऐप मामले में छापेमारी करने पहुंची है. इससे पहले ईडी की टीम ने भी इसी समय छापेमारी की थी।


वहीं पूर्व IAS अनिल टूटेजा और IPS आरिफ शेख,अभिषेक पल्लव के घर भी CBI की टीम ने दबिश दी है। इधर भिलाई में विधायक देवेंद्र यादव के घर सेक्टर-5 भी CBI की टीम पहुंची हुई है।
भूपेश बघेल के कार्यालय ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “अब CBI आई है. आगामी 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद (गुजरात) में होने वाली AICC की बैठक के लिए गठित “ड्राफ़्टिंग कमेटी” की मीटिंग के लिए आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दिल्ली जाने का कार्यक्रम है. उससे पहले ही CBI रायपुर और भिलाई निवास पहुंच चुकी है.”

यह भी पढ़े महादेव बेटिंग ऐप ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए बनाया ऐप है. इस पर यूजर्स पोकर, कार्ड गेम्स, चांस गेम्स नाम से लाइव गेम खेलते थे. ऐप के जरिए क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल जैसे खेलों और चुनावों में अवैध सट्टेबाजी भी की जाती थी. अवैध सट्टे के नटवर्क के जरिए इस ऐप का जाल तेजी से फैला और सबसे ज्यादा खाते छत्तीसगढ़ में खुले. इस ऐप से धोखाधड़ी के लिए एक पूरा खाका बनाया गया था. दरअसल, महादेव बेटिंग ऐप कई ब्रांच से चलता था. हर ब्रांच को सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल फ्रेंचाइजी के रूप में बेचते थे. यूजर को सिर्फ शुरुआत में फायदा और बाद में नुकसान होता. फायदे का 80% हिस्सा दोनों अपने पास रखते थे. सट्टेबाजी ऐप रैकेट एक ऐसी मशीन की तरह काम करता है, जिसमें एल्गोरिदम यह तय करता है कि ऐप में अपना पैसा लगाने वाले केवल 30% ग्राहक ही जीतें।
कहाँ-कहाँ पड़ा CBI का छापा
-पूर्व CM भूपेश बघेल
-MLA देवेंद्र यादव
-विनोद वर्मा
-OSD मनीष बंछोर
-पूर्व IAS अनिल टुटेजा
-IPS आनंद छाबड़ा
-IPS आरिफ़ शेख़
-IPS अभिषेक पल्लव
-ASP संजय ध्रुव
-ASP अभिषेक माहेश्वरी
बता दें कि आज से 16 दिन पहले 10 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम ने भूपेश के घर पर दबिश दी थी। यह रेड केवल उनके भिलाई निवास पर ही की गई थी। यह जांच करीब 10 घंटे तक चली थी। करीब सुबह 8 बजे भूपेश और उनके बेटे चैतन्य के भिलाई-3 पदुमनगर स्थित घर पर चार गाड़ियों में ED की टीम पहुंची थी। दोपहर में कार्रवाई के बीच नोट गिनने और सोना जांचने की मशीनें भी मंगाई गई। इस बीच ED की कार पर बाहर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। कार्यकर्ताओं और पुलिस की झड़प भी हुई थी।
सत्ता से बेदखल होने के बाद छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. दरअसल, उनके खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई का दौर रुकता नजर नहीं आ रहा है. इसी कड़ी में बुधवार को एक बार फिर उनके भिलाई और रायपुर स्थित निवास पर सीबीआई और ईडी की टीम ने दबिश दी. हालांकि, अभी इस संबंध में ज्यादा जानकारी नहीं मिली है कि ये कार्रवाई किस मामले में की जा रही है।
ईडी दे चुकी है दबिश
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बघेल और उनके संबंधियों के 14 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इसके बाद भूपेश बघेल खुद मीडिया के सामने आए थे. उन्होंने बताया था कि छापे में उनके घर से सोन, चांदी के गहने समेत 33 लाख रुपये कैश मिले हैं, जिनका हिसाब उन्हें दे दिया जाएगा. इसके बाद ऐसी खबरें भी आई थी कि ईडी ने उनके पुत्र चैतन्य बघेल को पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय तलब किया है. हालांकि, बाद में बघेल ने इसका खंडन किया था. उन्होंने कहा था कि ईडी से उन्हें या उनके बेटे को कोई नोटिस नहीं मिला है।
इस खबर को लगातार अपडेट किया जा रहा है। हम अपने सभी पाठकों को पल-पल की खबरों से अपडेट करते हैं। हम लेटेस्ट और ब्रेकिंग न्यूज को तुरंत ही आप तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रारंभिक रूप से प्राप्त जानकारी के माध्यम से हम इस समाचार को निरंतर अपडेट कर रहे हैं। ताजा ब्रेकिंग न्यूज़ और अपडेट्स के लिए जुड़े रहिए chhattisgarhkiawaaz.com के साथ।