रायपुर के साथ ही कांग्रेस ने जगदलपुर में भी केदार कश्यप के भानुपुरी कार्यालय और आवास का घेराव किया. इस दौरान कार्यालय में एक पत्थर किसी ने फेंका, जिससे कांच टूट गया. इस दौरान, भनुपुरी के पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झूमा-झटकी भी हुई. इस दौरान, कुछ महिला पुलिसकर्मी घायल हो गई।


जगदलपुर सर्किट हाउस में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के साथ मंत्री केदार कश्यप की कथित मारपीट और गालीगलौज के विरोध में कांग्रेस पार्टी सड़क पर है. इसी कड़ी में कांग्रेस प्ट ने सोमवार को केदार कश्यप की बर्खास्तगी की मांग को लेकर रायपुर और जगदलपुर के भनपुरी कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान मंत्री बंगले के घेराव के दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झूमाझटकी हुई. इस दौरान कई सुरक्षाकर्मी घायल भी हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।


रायपुर शहर एवं ग्रामीण कांग्रेस कमेटी ने मंत्री कश्यप की बर्खास्तगी की मांग को लेकर उनके सरकारी आवास का घेराव करने के लिए राजीव चौक से रैली निकाली और मंत्री के बंगले की तरफ बढ़े. इस बीच पुलिस ने मोती बाग चौक पर ही कार्यकर्ताओं को रोक दिया. हालांकि, कांग्रेसी आगे बढ़ने की कोशिश करते रहे, जिसकी वजह से पुलिस के साथ झूमाझटकी हुई. इस दौरान, प्रदर्शन में शामिल कार्यकर्ताओं ने मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनके तत्काल इस्तीफे की मांग की. प्रदर्शन में पूर्व विधायक विकास उपाध्याय, पूर्व महापौर प्रमोद दुबे और जिला कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश देवांगन मौजूद रहे. कांग्रेस नेता विकास उपाध्याय ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कार्यकर्ताओं को जबरन रोका और उनके साथ झूमाझटकी की, जिसकी वजह से कार्यकर्ता घायल हुए हैं।
टकराव में कई महिला पुलिसकर्मी घायल
रायपुर के साथ ही कांग्रेस ने जगदलपुर में भी केदार कश्यप के भानुपुरी कार्यालय और आवास का घेराव किया. इस दौरान कार्यालय में एक पत्थर किसी ने फेंका, जिससे कांच टूट गया. इस दौरान, भनुपुरी के पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झूमा-झटकी भी हुई. इस दौरान, कुछ महिला पुलिसकर्मी घायल हो गई.
भाजपा ने प्रदर्शन को हार की निराशा करार दिया
वहीं, इस पूरे मामले पर बीजेपी प्रवक्ता अमित चिमनानी ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेसी गुंडागर्दी पर उतर आए हैं. कार्यालय में पत्थरबाजी और महिला पुलिसकर्मियों से बदसलूकी निंदनीय है. उन्होंने विपक्ष के नेता चरणदास महंत पर तंज कसते हुए कहा कि “उन्होंने कांग्रेसियों को चमचा कहा था, लेकिन यह भी बताना चाहिए था कि वे तोड़फोड़ और हिंसा भी करेंगे. क्या हार की निराशा इंसान को इतना गिरा देती है?