

सीबीआई ने दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर और कांस्टेबल को रिश्वत लेते हुए हाथों गिरफ्तार किया है. इंस्पेक्टर सज्जन सिंह यादव और कांस्टेबल अमित लहुचा 2 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धरे गए हैं. शिकायकर्ता ने जालसाजी के एक मुकदमे में चार्जशीट कोर्ट में दाखिल हो चुकी थी, जिसमें पीड़ित का नाम गवाह के तौर पर दर्ज था. लेकिन उस केस के जांच अधिकारी इंस्पेक्टर सज्जन सिंह यादव ने पीड़ित से संपर्क किया और कहा की अगर वो साढ़े चार लाख रुपए नहीं देगा तो सप्लीमेट्री चार्जशीट मे उसे आरोपी बना दिया जाएगा.
नई दिल्ली. सीबीआई ने दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर और कांस्टेबल को रिश्वत लेते हुए हाथों गिरफ्तार किया है. इंस्पेक्टर सज्जन सिंह यादव और कांस्टेबल अमित लहुचा 2 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धरे गए हैं. सीबीआई के अधिकारियों के मुताबिक, शिकायकर्ता ने बताया की जालसाजी के एक मुकदमे में चार्जशीट कोर्ट में दाखिल हो चुकी थी जिसमे पीड़ित का नाम गवाह के तौर पर दर्ज था.लेकिन उस केस के जांच अधिकारी इंस्पेक्टर सज्जन सिंह यादव ने पीड़ित से संपर्क किया और कहा की अगर वो साढ़े चार लाख रुपए नहीं देगा तो सप्लीमेट्री चार्जशीट मे उसे आरोपी बना दिया जाएगा.
पीड़ित से कहा गया कि 24 अप्रैल को भुवनेश्वर एयरपोर्ट आ जाएं, जहां पर कांस्टेबल अमित लहुचा उस से संपर्क करेगा. सीबीआई ने ट्रेप कर एयरपोर्ट से कांस्टेबल को 2 लाख की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया. जिसके बाद दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर सज्जन यादव को भी गिरफ्तार कर लिया गया. सीबीआई के मुताबिक सज्जन यादव EOW में तैनात थे. दिल्ली पुलिस इस मामले में आंतरिक कार्यवाही भी कर रही है.
दिल्ली पुलिस की IFSO युनिट के DCP केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक, उदय साहू नाम के शख्स को एक केस की चार्जशीट में गवाह बनाया गया था. उसने सीबीआई में शिकायत में बताया कि उसे रिश्वत देने के लिए दवाब बनाया जा रहा है. रिश्वत न देने पर गिरफ्तार करने की धमकी दी जा रही है. आज कांस्टेबल अमित को रिश्वत लेते हुए सीबीआई से भुवनेश्वर से गिरफ्तार कर लिया है वो बिना किसी सीनियर अधिकारी से इजाजत लिए बिना भुवनेश्वर गया था. आज रविवार को उसका वीकली ऑफ था.
क्षेत्रीय निरीक्षक 50 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार
गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ABC) ने गृह कर विभाग के एक अधिकारी को 50 हजार रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि राजकुमार गुप्ता नामक एक व्यक्ति ने एसीबी से विजयकांत उपाध्याय के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई जो कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के गृह कर विभाग में सहायक क्षेत्रीय निरीक्षक है.
शिकायत में कहा गया था कि राजकुमार गुप्ता की चांदनी चौक में दुकान है और उसके संपत्ति कर को ठीक करने के एवज में विजयकांत उपाध्याय ने 4 लाख रुपये की मांग की. गुप्ता ने कहा कि उसने अधिकारी को दो लाख रुपये पर राजी कर लिया और यह रकम उपाध्याय ने किस्तों में लेना स्वीकार किया. पुलिस ने कहा कि गुप्ता ने पुलिस को बताया कि वह 50 हजार रुपये के रूप में रिश्वत की पहली किस्त शुक्रवार को देगा. एसीबी पुलिस थाने में आरोपी के विरुद्ध मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया था.