
अपोलो काॅलेज ऑफ फिजियोथैरेपी,अंजोरा, दुर्ग द्वारा तीन दिवसीय निःशुल्क फिजियोथैरेपी कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। यह कैम्प 25, 26 एवं 27 जनवरी 2025 को प्रातः 09ः30 बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित किया जा रहा है।

इस कैम्प में कमर दर्द, घुटना, गर्दन आदि शारीरिक दर्द सियाटिका, स्लिप डिस्क, स्पोर्ट्स इंजुरी, पोलियो, स्पान्डिलोसिस, कंधा का जाम होना, मांसपेशियों में दर्द व खिचाव, फैक्चर व आपरेशन के पश्चात जोड़ों का जाम, दर्द आदि जटिल शारीरिक परेशानियों का परीक्षण व उपचार किया जायेगा।
दिनांक 25 जनवरी को अंजोरा व काॅलेज के पास ग्रामीण के लगभग 100 से अधिक ग्रामीणवासियों द्वारा इस कैम्प में परीक्षण व उपचार का लाभ भी उठायें।
कैम्प का मार्गदर्शन अपोलो काॅलेज ऑफ फिजियोथैरेपी के प्राचार्य डाॅ. विपिन चन्द्राकर द्वारा किया गया। शिविर में परीक्षण व उपचार हेतु डाॅ. अविनाश कुशवाहा, डाॅ. नेहा शर्मा, डाॅ. के सूरज, डाॅ. प्रिया देशमुख, डाॅ. सौरभ शर्मा, डाॅ. सीमा साहू, डाॅ. हरेन्द्र शाही, डाॅ. नामिया समनानी, डाॅ. गुलाम जिलानी द्वारा दिया गया। कैम्प को सफल बनाने के लिए विद्यार्थियों का भी सराहनीय योगदान रहा।
अपोलो काॅलेज ऑफ फिजियोथैरेपी, अंजोरा, दुर्ग में स्थापित है। यह छत्तीसगढ़ का सर्वप्रथम फिजियोथैरेपी काॅलेज है जो सत्र् 2002 से संचालित है। प्रतिवर्ष विद्यार्थियों द्वारा विश्ववविद्यालय में परीक्षा परिणाम में सर्वोत्तम स्थान अर्जित किया जा रहा है। अपोलो काॅलेज ऑफ फिजियोथैरेपी, अंजोरा, दुर्ग में लगातार तीन वर्षों से विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल भी प्राप्त हुआ है। सत्र् 2022 में प्रथम गोल्ड मेडल अंजूम समनानी, सत्र् 2023 में द्वितीय गोल्ड मेडल निकिता गंगवानी एवं सत्र् 2024 में तृतीय गोल्ड मेडल निशिता आयला सोना को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा गोल्ड मेडल दिया गया।

अपोलो काॅलेज ऑफ फिजियोथैरेपी शिक्षा के क्षेत्र में 22 वर्ष पूर्ण कर चुका है और यहा से शिक्षा प्राप्त कर विद्यार्थी छत्तीसगढ़ एवं अन्य प्रदेश तथा विदेशों में भी सफलतापूर्वक फिजियोथैरेपी क्षेत्र में चिकित्सा सुविधा भी दे रहे है…..
