
अब तक फिल्मों में ऐसा देखने को मिलता था कि नई-नवेली दुल्हन अपने पति को नम आंखों और भारी मन ने जंग के मैदान में भेजती है। लेकिन मोहित राठौर की पत्नी ने भी कुछ ऐसा ही किया।

भारत-पाकिस्तान तनाव के चलते ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सैनिकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। इसी बीच राजगढ़ जिले के वायुसेना जवान मोहित राठौर की शादी गुरुवार को हुई और शनिवार से पहले ही उन्हें वापस ड्यूटी पर लौटना पड़ा।

भारत और पाकिस्तान के बीच जंग जैसे हालात बने हुए हैं। भारत की ओर से जवाबी कार्रवाई की जा रही है। भारतीय सेना पूरी तरह अलर्ट पर है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सेना के जवानों की छुट्टियां कैंसिल की जा रही हैं। उन्हें नौकरी पर वापस बुलाया जा रहा है। इस बीच मध्य प्रदेश के राजगढ़ में रहने वाले वायुसेना के जवान मोहित राठौर देशभक्ति और भावुक कर देने वाली कहानी सामने आई है। यह खबर पढ़कर आपको बॉर्डर फिल्म याद आ जाएगी…
शादी के तुरंत बाद ड्यूटी पर लौटे जवान मोहित
जब देश की रक्षा का सवाल हो, तो निजी खुशी भी पीछे रह जाती है। ऐसा ही उदाहरण पेश किया है वायुसेना के जवान मोहित राठौर ने, जिन्होंने अपनी शादी के तुरंत बाद ड्यूटी पर लौटकर ‘देश पहले’ की भावना को जीवंत कर दिया। राजगढ़ निवासी वायुसेना के जवान मोहित की गुरुवार को ही शादी हुई और शुक्रवार को वह अपनी ड्यूटी के लिए रवाना हो गए, मोहित शादी के लिए छुट्टियां लेकर घर आए थे, लेकिन भारत पाकिस्तान के बीच बने तनाव की वजह से उनकी छुट्टियां कैंसिल कर दी गई।
सेहरा बांधते ही आया देश का बुलावा
दरअसल, राजगढ़ जिले के कुरावर गांव निवासी मोहित राठौर पिछले 6 वर्षों से भारतीय वायुसेना में कार्यरत हैं और वर्तमान में दिल्ली के ईसापुर एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात हैं। पिता महेश राठौर किराना दुकान चलाते हैं। मोहित अपनी शादी के लिए 17 अप्रैल से 15 मई तक छुट्टी लेकर अपने गांव कुरावर पहुंचे। गुरुवार को मोहित और वंदना ने सात फेरे लिए, शादी समारोह और विदाई होने सेहरा बांधे मोहित अपनी दुल्हन को लेकर घर पहुंचे, इस दौरान उनके चेहरे पर तनाव दिख रहा था। जिसका कारण था शादी के दूसरे दिन ड्यूटी पर लौटना था। गुरुवार देर रात सात फेरे और पाणिग्रहण संस्कार हुआ। उसके बाद मोहित की रवानगी का सिलसिला शुरू हो गया।


फेरे पूरे, विदाई के साथ ही ड्यूटी पर रवाना
मोहित के मुताबिक शादी से एक दिन पहले बुधवार को ही मुख्यालय से कॉल आया कि उनकी छुट्टी रद्द कर दी गई है। उन्हें जल्द वापस ड्यूटी पर लौटना होगा। इसके बाद अधिकारियों को बताया कि गुरुवार को शादी है, आग्रह करने पर शनिवार तक की मोहलत मिली। जैसे ही फेरे और पाणिग्रहण संस्कार पूरे हुए और उन्होंने घर से विदाई लेकर ड्यूटी के लिए कूच कर दिया। उनका कहना है कि विपरीत परिस्थितियों में देश की रक्षा करना ही सबसे पहला कर्त्तव्य है। इधर, मोहित के माता-पिता का कहना है कि उन्हें बेटे पर गर्व है।
ससुर बोले – देश की रक्षा सबसे पहले
जानकारी के मुताबिक सेना के जवान मोहित की शादी लसूड़िया रामनाथ निवासी गोपाल राठौर की बेटी हुई है। मोहित के सुसर गोपाल राठौर ने कहा, “हमें गर्व है कि दामाद देश के लिए समर्पित हैं। आदेश मिलने पर देश की रक्षा के लिए जा रहे हैं। आगे कहा- दामाद के जाने को लेकर उन्हें खबर पहले ही मिल गई थी, लेकिन शादी रस्में पूरी होने तक बेटी को कोई जानकारी नहीं दी। हमारे लिए देश सबसे पहले है।
दुल्हन का गर्व भरा विदा संदेश
जब मोहित ने भारी मन से अपनी नई पत्नी को यह जानकारी दी, तो वंदना ने न केवल उन्हें जाने की अनुमति दी, बल्कि कहा – “आप देश की करोड़ों सिंदूर की लाज बचा रहे हैं, मैं गर्व से आपको विदा करती हूं।