
पाकिस्तान के साथ चल रहे तनाव पर भारत के विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय ने कल रात हुए घटनाक्रमों के बारे में शनिवार सुबह जॉइंट प्रेस ब्रीफिंग करके जानकारी दी. विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस वार्ता का नेतृत्व किया. उनके साथ भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह मौजूद रहीं. विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा, ‘मैंने पहले भी कई मौकों पर कहा है कि पाकिस्तान की कार्रवाइयां उकसावे और तनाव बढ़ाने वाली हैं. जवाब में भारत ने पाकिस्तान की ओर से की गई इन उकसावे और तनाव बढ़ाने वाली कार्रवाइयों का जिम्मेदाराना और संतुलित तरीके से बचाव किया है और प्रतिक्रिया दी है. आज सुबह पाकिस्तान ने इस उकसावे और तनाव बढ़ाने वाली कार्रवाई को फिर दोहराया, जिसका भारत ने पूरी तत्परता और ताकत से जवाब दिया।
ऑपरेशन सिंदूर का नया वीडियो सेना ने किया जारी

कर्नल सोफिया कुरैशी ने कल रात पाकिस्तानी सेना की ओर से भारत को निशाना बनाकर की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए कहा, ‘श्रीनगर से नालिया तक पाकिस्तान ने 26 लोकेशन पर ड्रोन से हवाई घुसपैठ की कोशिश की. शनिवार सुबह 1 बजकर 40 मिनट पर पाकिस्तान ने हाई स्पीड मिसाइल से पंजाब एयर बेस को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश की. पाकिस्तानी सेना ने भारत के सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए ड्रोन, लंबी दूरी के हथियार, लड़ाकू विमानों और लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया. इन हमलों में उधमपुर, भुज, पठानकोट और बठिंडा एयर फोर्स स्टेशनों पर सीमित क्षति हुई. पाकिस्तान नागरिक इलाकों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहा है. यह चिंताजनक है कि पाकिस्तान अब भी नागरिक विमानों को कवर के रूप में इस्तेमाल कर रहा है. उसकी ओर से लगातार गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं. सिरसा, सूरतगढ़, आदमपुर में भारतीय सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचाने के पाकिस्तानी दावे पूरी तरह झूठ और मनगढ़ंत हैं.’

विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पाकिस्तानी हमले के जवाब में भारतीय कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि भारत ने केवल सैन्य ठिकानों पर ही सटीक हमले किए. पाकिस्तान ने स्वास्थ्य सुविधाओं और स्कूल पर भी हमला किया. भारतीय वायुसेना की अधिकारी व्योमिका सिंह ने कहा, ‘पाकिस्तान के पांच सैन्य ठिकानों पर एरियल लॉन्ग प्रिसिजन हथियारों का इस्तेमाल करके भारत ने हमले किए. पाकिस्तान के मुरीद चकवाल एयरबेस, नूर खान रावलपिंडी एयरबेस, रफीकी शोरकोट एयरबेस और रहीम यार खान एयरबेस को भारत के सटीक हमले में काफी नुकसान पहुंचा है. इन जवाबी कार्रवाइयों को अंजाम देते समय भारत ने कम से कम कोलैटरल डैमेज (आम नागरिकों को नुकसान ना पहुंचे इसकी पूरी कोशिश) सुनिश्चित किया. पाकिस्तानी हमलों का जवाब देने के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है.’
ऑपरेशन सिंदूर पर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान सरकार ने कहा कि यह पाकिस्तान की हरकतें हैं जो उकसावे और तनाव को बढ़ावा दे रही हैं. विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा, ‘भारत ने पाकिस्तान के उकसावे और तनाव बढ़ाने वाली कार्रवाई का संतुलित तरीके से बचाव किया है और जिम्मेदारी से प्रतिक्रिया दी है.’ उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान द्वारा की गई गतिविधियों के बारे में उसके दावे झूठ, गलत सूचना और दुष्प्रचार पर आधारित हैं. भारत के विभिन्न सैन्य प्रतिष्ठानों को नष्ट करने का उनका दावा झूठा है. सिरसा, सूरतगढ़, आदमपुर में वायुसेना स्टेशनों को नुकसान पहुंचाने का पाकिस्तानी दावा पूरी तरह झूठा है. मैं आप सभी से आग्रह करता हूँ कि इन झूठों से गुमराह न हों. पाकिस्तान स्पष्ट उद्देश्यों के लिए इस तरह का झूठ फैला रहा है. पाकिस्तान ने विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर और पंजाब में नागरिकों और नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने का अपना अनियंत्रित अभियान जारी रखा है.’

विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान समुदायों के बीच मतभेद पैदा करने की कोशिश कर रहा है. राजौरी में अतिरिक्त जिला संभागीय आयुक्त की पाकिस्तानी गोलाबारी में मौत हुई है. फिरोजपुर और जालंधर में निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है और नागरिकों को चोटें आई हैं. पाकिस्तान यह कहकर भारत को विभाजित करने का प्रयास कर रहा है कि हम अपने ही शहरों को निशाना बना रहे हैं. ऐसा लगता है कि पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता को भारतीय जनता द्वारा भारतीय सरकार की आलोचना करने में बहुत खुशी मिलती है. लेकिन उन्हें नहीं पता कि यह एक स्वतंत्र और कार्यशील लोकतंत्र की पहचान है. इधर सरकार ने कहा है कि पाकिस्तानी सेना ने ऑपरेशनल रेडीनेस के संकेत दिए हैं. क्योंकि उन्होंने और अधिक तनाव और अस्थिरता बढ़ाने के लिए अग्रिम क्षेत्रों में अपनी सैन्य टुकड़ियां भेजी हैं. सरकार ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं और उनकी ओर से हर पाकिस्तानी उकसावे का उचित जवाब दिया जा रहा है।

पहलगाम हमले के बाद 7 मई 2025 को भारत द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में की गई टारगेटेड सैन्य कार्रवाई में कई प्रमुख आतंकवादी मारे गए। इन आतंकियों का संबंध प्रतिबंधित आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से था। सभी बड़े पांच आतंकियों की पहचान कर ली गई है। रक्षा मंत्रालय ने इसकी एक लिस्ट जारी की है।
लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का आंतकी मुदस्सर खाडियान खास मरकज तैबा, मुरिदके का प्रमुख था। पाकिस्तानी सेना द्वारा उसके अंतिम संस्कार में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। पाक आर्मी चीफ और पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज की ओर से पुष्पांजलि अर्पित की गई। नमाज-ए-जनाजा सरकारी स्कूल में हुई, जिसका नेतृत्व JuD के हाफिज अब्दुल रऊफ ने किया। इस दौरान लेफ्टिनेंट जनरल और पंजाब पुलिस के IG भी मौजूद थे।
यह जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का आतंकी थी। यह मौलाना मसूद अजहर का साला भी था। मरकज सुब्हान अल्लाह, बहावलपुर का प्रभारी था। मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और फंडिंग में सक्रिय भूमिका निभाता था। यह जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा आतंकी थी। यह भी मौलाना मसूद अजहर का साला था। यह जेएम के लिए हथियारों की ट्रेनिंग का प्रमुख प्रशिक्षक था। जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी हमलों में शामिल। IC-814 विमान अपहरण मामले में वांटेड था।
लश्कर-ए-तैयबा का यह आतंकी जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी हमलों में शामिल है। अफगानिस्तान से हथियारों की तस्करी में संलिप्त था। उसका अंतिम संस्कार फैसलाबाद में हुआ, जिसमें पाक सेना के वरिष्ठ अधिकारी और डिप्टी कमिश्नर उपस्थित थे। जैश-ए-मोहम्मद का यह आतंकी मोहम्मद हसन खान जेएम के PoK ऑपरेशनल कमांडर मुफ्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा था। जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों के समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था।