एक साथ उठीं 6 अर्थियां: प्रयागराज में सड़क हादसे में मृतकों की बॉडी पहुंची कोरबा,परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल,गांव में पसरा कोहराम

0:00

प्रयागराज में सड़क हादसे में मृतकों की बॉडी कोरबा पहुंची तो गांव में कोहराम मच गया। गांव में एक साथ 6 अर्थियां उठी हैं। जिसके बाद पूरा गांव मातम में डूब गया। वहीं श्रम मंत्री ने एक-एक लाख रुपये तत्काल सहायता राशि देने की घोषणा की है।

प्रयागराज में हुए भीषण सड़क हादसे ने कोरबा जिले में कोहराम मचा दिया है। महाकुंभ स्नान के लिए निकले 10 लोगों की दर्दनाक मौत ने पूरे इलाके को शोक में डूबा दिया। दो दिन बाद जब मृतकों के शव कोरबा पहुंचे तो घरों में मातम पसर गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, उनकी चीखों से माहौल और भी गमगीन हो गया है।

कलमीडुगु गांव में एक साथ छह अर्थियां उठीं। जिसे देखकर हर आंख नम हो गई। शवयात्रा में पूरा गांव शामिल हुआ। मानो हर कोई अपने प्रियजनों को अंतिम विदाई देने आया हो। मृतकों में पिता-पुत्र और जीजा-साले भी शामिल थे। जिनकी असमय मौत ने परिवारों को तोड़ कर रख दिया हैं।

इस दुखद घड़ी में छत्तीसगढ़ के श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन सहित भाजपा और कांग्रेस के कई नेता पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे। मंत्री देवांगन ने शोक व्यक्त करते हुए प्रत्येक मृतक के परिवार को एक-एक लाख रुपये की तत्काल सहायता राशि देने की घोषणा की। उन्होंने मुख्यमंत्री से बातचीत कर अतिरिक्त सहायता प्रदान करने का भी आश्वासन दिया।

मृतकों के नाम- संतोष सोनी (54), भागीरथी जायसवाल (47), सौरभ सोनी (26), शिवा राजपूत (62), गंगादास वर्मा (53), राजू साहू (38), दीपक वर्मा (28), सोमनाथ यादव (27), ईश्वरी जायसवाल (45) और अजय बंजारे (35) है।

कोरबा में 7 मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया, जबकि बाकी 3 शवों को उनके गृहग्राम जांजगीर-चंपा और मस्तूरी ले जाया गया। जहां उनका अंतिम संस्कार होगा। पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। हर कोई इस दुखद घटना से स्तब्ध है। नई मेयर संजू देवी राजपूत भी मृतक परिजनों से मिलने पहुंचीं। उन्होंने पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाया। इस मुश्किल घड़ी में पूरा कोरबा मृतकों के परिवारों के साथ खड़ा है।