
छत्तीसगढ़ के कोरबा में फ्लोरामैक्स कंपनी के फ्रॉड से पीड़ित महिलाओं ने आईटीआई चौराहे पर चक्काजाम किया।

छत्तीसगढ़ के कोरबा में फ्लोरामैक्स कंपनी के फ्रॉड से पीड़ित महिलाओं ने आईटीआई चौराहे पर चक्काजाम किया। इस चक्काजाम में फंसे छ्त्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने अपना आपा खो बैठे। उन्होंने इस दौरान महिलाओं को धमकी देते हुए कहा कि ‘चुपचाप रहो, शांति से बात कर रहे हैं। शासन-प्रशासन सहयोग कर रहा है। ज्यादा हेकड़ी दिखाओगी, तो पुलिस को बुलाकर फेंकवा दूंगा।’ दूसरी ओर मंत्री रामविचार नेताम ने भी रही सही कसर निकाल ली। उन्होंने कहा कि नेतागिरी करने से काम नहीं चलेगा। कानून को अपने हाथ में ना लें, जो भी दोषी हैं, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

अब इस मामले में छत्तीसगढ़ की सियासत गरमाई हुई है। विपक्ष में बैठे कांग्रेस नेताओं सहित आम जनता भी महिलाओं के साथ मंत्रियों के इस व्यवहार पर नाराजगी जताते हुए कड़ी निंदा की है।
कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। प्रदेश के पूर्व सीएम भूपेश बघेल और पूर्व पीसीसी चीफ धनेन्द्र साहू ने मंत्री देवांगन पर जुबानी हमला बोला है। पूर्व सीएम बघेल ने सोशल मीडिया एक्स पर उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन का वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि ठगी करने वाली कंपनियों से भाजपा नेताओं का ही नाम जुड़ता है। ठगी करने वाली कंपनी फ़्लोरोमैक्स का उद्घाटन करने में उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन का नाम आ रहा है। भाजपा सरकार में चिटफंड कंपनियों के कार्यालय का उद्घाटन भाजपा नेताओं ने ही किया था। लूट-खसोट में भागीदारी भाजपा की पहचान बन गई।
धनेन्द्र साहू ने भी साधा निशाना
वहीं पूर्व पीसीसी चीफ धनेन्द्र साहू ने भी निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह मंत्री ने अहंकार पूर्वक महिलाओं को फेंकने की बात कर रहे हैं। वह सत्ता के नशे में चूर हो चुके हैं। जनता की समस्याओं से इनको कोई लेना देना नहीं है जैसा अहंकार ये महिलाओं को दिखा रहे हैं, ये महिलाएं ही 2028 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सत्ता से बाहर फेंकेगी।

बीजेपी ने किया पलटवार
बीजेपी महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल के ट्वीट पर पलटवार किया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जिनके मुख्यमंत्री काल में दुनिया में छत्तीसगढ़ ने ठगी के मामलों में नाम कमाया। देखा क्या-क्या ठगी हो सकती है, वो ठगों का बादशाह यदि ऐसा आरोप लगाए, तो ठीक कैसे होगा ? महिलाओं के साथ ठगी हुई है तो जांच होगी, लेकिन, हर वो कारनामा जिस पर कांग्रेस सवाल खड़ा करती है, उसमें जांच के बाद कांग्रेस का ही हाथ निकलता है। विश्वास है इसके पीछे भी कांग्रेसी का ही हाथ होगा। इन्ही काम में इन सब की मास्टरी है, इन्हें अवॉर्ड मिलना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल ट्विटर बॉय हो चुके हैं। टीम रखी है, कुछ भी होता है तो ट्वीट आ जाता है, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री को सोच-समझकर ट्वीट करना चाहिए। कोई नेता ऐसे जगह कार्यक्रमों में पहुंचते हैं तो जानबूझकर नहीं करते, यदि कंपनी की शिकायत है तो जांच होगी।
जानें क्या है मामला
महिलाओं का आरोप है कि कोरबा जिले में फ्लोरामैक्स कंपनी ने करीब करीब 500 करोड़ से ज्यादा की ठगी की है। जब धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल से कोई बात नहीं बनी तो इन महिलाओं ने कोरबा के आईटीआई चौराहे पर चक्काजाम कर दिया। एक दिन पूर्व भी इस मामले में पुलिस के साथ झूमाझटकी हुई थी। जब उन्हें तानसेन चौक से हटाने की कोशिश की गई थी। महिलाओं ने इस दौरान पुलिस पर जबरिया कार्रवाई का आरोप लगाया था। इसके बाद रविवार को तानसेन आईटीआई चौराहे पर चक्काजाम कर दिया और शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। महिलाओं की मांग है कि उनके ऊपर जो कर्ज चढ़ा दिया गया है उसे सरकार माफ करायें। इस मामले में शासन ने जांच-पड़ताल के लिए सात सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है।
पीड़ित महिलाओं का कहना है कि वो फ्लोरामैक्स की ठगी का शिकार होकर न्याय की गुहार लगाते-लगाते थक चुकी हैं। चक्काजाम करने पर मजबूर हैं। पीड़ित महिलाओं ने बताया कि कंपनी में इंवेस्ट की गई रकम डूब गई, लेकिन कंपनी ने उनके नाम पर बैंक से लोन भी निकलवाकर इंवेस्ट करा लिया। अब बैंक कर्मी लोन की किस्त के लिए उनके घर के चक्कर काट रहे हैं। गांव में जिन्होंने उनके कहने पर कंपनी में इन्वेस्ट किया। अब वे उनसे अपने पैसे वापस मांग रहे हैं। इससे गांव में विवाद की स्थिति बन गई है।
करोड़ों की ठगी करने वाले फ्लोरामैक्स के डायरेक्टरों के साथ टॉप-10 लीडर और कैशियर ने एक साल के भीतर जमकर कमाई की। कोरबा पुलिस जांच में अब तक ऑन रिकार्ड 27 हजार महिलाओं के फ्लोरा मैक्स से जुड़े होने और उनके रकम निवेश होने का पता चला है।
महिलाओं ने रोका मंत्री का काफिला
छत्तीसगढ़ के पंचायत एवं कृषि मंत्री राम विचार नेताम एक सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने कोरबा पहुंचे थे। कार्यक्रम के दौरान माहौल उस समय तनावपूर्ण हो गया जब पीड़ित 500 महिलायें अपनी मांगों को लेकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गई। चक्काजाम कर मंत्रियों के काफिले को रोक दिया। महिलाओं का कहना था कि जब तक उनकी समस्याओं का हल नहीं हो जाता, वो मंत्री को यहां से जाने नहीं देंगी। करीब तीन घंटे तक दोनों मंत्री इस जाम में फंसे रहे।
महिलाओं ने किया घेराव
कार्यक्रम स्थल पर महिलाएं मंत्री से बात करने की जिद पर अड़ी रहीं। हालात तब और गंभीर हो गए जब मंत्री रामविचार नेताम और उनके साथ मौजूद उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन सहित अन्य पदाधिकारी कार्यक्रम खत्म कर बाहर निकलने की कोशिश में लगे रहे।
नेतागिरी नहीं चलेगी’
इस दौरान मंत्री रामविचार नेताम ने महिलाओं को धमकाते हुए कहा कि नेतागिरी करने से काम नहीं चलेगा। कानून को अपने हाथ में ना लें जो भी इसमें दोषी हैं कार्रवाई की जाएगी। आप सबको लोन लेने से पहले कंपनी के बारे में जानकारी लेनी चाहिये थी। सरकार हमारी है, बात करके आगे की कार्रवाई होगी। सीएम तक बात पहुंचा दी जाएगी ।